ट्रैवल्स संचालक के ठिकानों पर ईओडब्ल्यू की दबिश, कई विदेश यात्रा से जुड़े दस्तावेज जब्त
विदेश यात्रा से लेकर देशभर के विभिन्न हिल स्टेशन, कश्मीर, तिरुपति, उदयपुर, दिल्ली, गोवा सहित अन्य टूरिस्ट स्पॉट की सैर करने की जानकारी मिली है।
ईओडब्ल्यू ने शराब घोटाले की जांच करने के लिए आंबेडकर चौक के पिथालिया कॉप्लेक्स स्थित एक ट्रैवल्स एजेंसी में मंगलवार को छापेमारी की। इस दौरान तलाशी में अधिकारियों, राजनेताओं और अन्य रसूखदार लोगों द्वारा कराए हवाई टिकटों, होटल बुकिंग सहित अन्य दस्तावेजी साक्ष्य मिले हैं।
इसमें विदेश यात्रा से लेकर देशभर के विभिन्न हिल स्टेशन, कश्मीर, तिरुपति, उदयपुर, दिल्ली, गोवा सहित अन्य टूरिस्ट स्पॉट की सैर करने की जानकारी मिली है। जांच एजेंसी को संदेह है कि शराब घोटाले की अवैध वसूली का उपयोग इन यात्राओं और होटल बुकिंग में नगद भुगतान के रूप में किया गया है। उक्त सभी को जांच के लिए जब्त किया गया है। हालांकि जांच एजेंसी द्वारा छापेमारी के संबंध में अधिकारिक रूप से पुष्टि नहीं की गई है।
क्या है शराब घोटाला
छत्तीसगढ़ में कांग्रेस सरकार के दौरान 2019 से 2023 तक शराब नीति को बदलकर चहेते सप्लायरों के माध्यम से 3200 करोड़ रुपए का घोटाला हुआ। इसके लिए लाइसेंस की शर्तें ऐसी रखी गई कि चहेती कपनियों को काम मिल सके। यह काम नोएडा की एक कंपनी ने किया। इसके बाद नकली होलोग्राम लगी शराब की महंगी बोतलें सरकारी दुकानों के माध्यम से बिक्री करवाई गई।
होलोग्राम नकली होने के कारण बिक्री की जानकारी शासन को नहीं हो पाती थी और बिना एक्साइज टैक्स दिए शराब की बिक्री होती रही। इसके जरिए हुई अवैध वसूली की रकम कांग्रेस भवन बनवाने से लेकर नेताओं, अधिकारियों और मंत्रियों तक वितरित हुआ। इस घोटाले में पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा, पूर्व मुयमंत्री भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य, पूर्व आईएएस अनिल टुटेजा, अनवर ढेबर सहित अन्य को गिरतार कर जेल भेजा गया है। वहीं, आरोपी बनाए गए 28 आबकारी अधिकारी सुप्रीम कोर्ट से जमानत पर है।
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