बाबा सिद्दकी का कांग्रेस से इस्तीफा:रायपुर लोकसभा के थे प्रभारी

रायपुर। कांग्रेस पार्टी के सीनियर नेता और रायपुर लोकसभा प्रभारी बाबा सिद्दकी ने कांग्रेस पार्टी छोड़ दी है। महाराष्ट्र कांग्रेस को झटका देते हुए वरिष्ठ नेता और बांद्रा के कद्दावर नेता और पूर्व मंत्री बाबा जियाउद्दीन सिद्दीकी ने गुरुवार को तत्काल प्रभाव से पार्टी की प्राथमिक सदस्यता छोड़ दी। 48 साल से कांग्रेस पार्टी से जुड़े सिद्दकी रायपुर लोकसभा के प्रभारी बनाए गये थे। बीते एक हफ्ते से महाराष्ट्र के सियासी गलियारों में ये चर्चाएं तेज हो चुकी थी कि बाबा पार्टी छोड़ने वाले हैं।
अपने इस्तीफें को लेकर बाबा साहब सिद्दकी ने कहा "मैं एक युवा किशोर के रूप में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी में शामिल हुआ था और यह 48 वर्षों तक चलने वाली एक महत्वपूर्ण यात्रा रही है... ऐसी बहुत सी चीजें हैं जिन्हें मैं कहना चाहता हूं लेकिन जैसा कि कहा जाता है, कुछ चीजें अनकही रहना ही बेहतर है।"
लोकसभा चुनाव 2024 के लिए पार्टी ने उन्हें महत्त्वपूर्ण जिम्मेदारी देते हुए कुछ समय पहले ही रायपुर लोकसभा का प्रभारी बनाया था। राहुल गांधी की भारत न्याय यात्रा के बाद संभावना थी कि ये रायपुर लोकसभा क्षेत्र के दौरे पर आते यहाँ कि तैयरियों को लेकर बैठक करते लेकिन उससे पहले ही उन्होंने ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है।
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी में हो सकते हैं शामिल
सिद्दकी ने अपने राजनैतिक भविष्य को लेकर अब तक कोई घोषणा नहीं की है पर चर्चा है कि वह डिप्टी सीएम अजीत पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी में शामिल हो सकते हैं।सिद्दीकी 1992 और 1997 में दो बार बीएमसी नगर निगम पार्षद चुने गए, और 1999, 2004 और 2009 में तीन बार बांद्रा पश्चिम विधानसभा क्षेत्र से विधायक रहे, साथ ही म्हाडा के अध्यक्ष (2000-2004) के रूप में भी काम किया।
उनके 34 वर्षीय बेटे जीशान सिद्दीकी बांद्रा पूर्व निर्वाचन क्षेत्र से अभी कांग्रेस विधायक हैं, और मुंबई युवा कांग्रेस के नेता भी हैं।