वित्त का दावा:सरकार को रिकॉर्ड राजस्व मिला, लोन कम लेना पड़ा

प्रदेश सरकार की माली हालत अच्छी है। वित्त विभाग की ताजा रिपोर्ट के अनुसार बीते वित्तीय वर्ष में सरकारी कोष में रिकार्ड राजस्व जमा हुआ। सरकार ने बजट में रखे लक्ष्य का 96 फीसदी बटोरा। जबकि लोन कम लिया, ब्याज भी कम दिया है। खर्च में केवल दो फीसदी बढ़ोतरी हुई है। यानी उसका बजट लगभग अनुमान के अनुरूप रहा है।
भास्कर को मिली ताजा रिपोर्ट के अनुसार मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने 1 लाख 4 करोड़ रुपए का बजट पेश किया था। इसमें राजस्व संग्रहण की बात करें तो 99 हजार 89 करोड़ विभिन्न स्रोतों से आय हुई। यह लक्ष्य का 96 फीसदी है। इसी तरह 1.15 लाख करोड़ खर्च का अनुमान था। इसमें से केवल 99 हजार 707 करोड़ ही खर्च हुए। यानी व्यय स्टीमेट में से 87 प्रतिशत ही हुआ। बाजार से सरकार ने 5,728 करोड़ ही लिया। इसी तरह खर्चों में सोशल सेक्टर, इकॉनामी सेक्टर, ब्याज, वेतन -भत्तों, पेंशन सब्सिडी पर 85 प्रतिशत व्यय किया गया है।