सावन की शिवरात्रि पर बने 3 शुभ योग, महादेव के आशीर्वाद के लिए घर पर लाएं ये चीज
ज्योतिषाचार्य की माने तो सावन की शिवरात्रि पर तीन शुभ योग भी बन रहे हैं. इन शुभ योगों में अगर विधि विधान पूर्वक भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा आराधना की जाए तो भक्तों को मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है.

अयोध्या. सावन का पवित्र महीना चल रहा है. सावन का पवित्र महीना भगवान शंकर को समर्पित होता है. इसी सावन के महीने में कई व्रत और त्योहार भी मनाए जाते हैं. सावन के महीने में बड़ी संख्या में शिव भक्त भगवान भोले को प्रसन्न करने के लिए उनके शिवलिंग पर जलाभिषेक करते हैं. सावन की शिवरात्रि आज है और इस दिन देवाधिदेव महादेव और माता पार्वती की विधि विधान पूर्वक पूजा आराधना की जाती है. व्रत भी रखा जाता है.
ज्योतिषाचार्य की माने तो सावन की शिवरात्रि पर तीन शुभ योग भी बन रहे हैं. इन शुभ योगों में अगर विधि विधान पूर्वक भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा आराधना की जाए तो भक्तों को मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है. सावन की शिवरात्रि पर अगर आप कुछ उपाय करते हैं तो घर में सुख समृद्धि और खुशहाली बनी रहती है. अगर आप भी अपने घर में सुख समृद्धि और धन पाना चाहते हैं. तो सावन की शिवरात्रि पर अपने घर पर यह तीन चीजें जरूर लाएं.
एक लोटे जल से प्रसन्न हो जाते हैं शिव
दरअसल अयोध्या के प्रकांड विद्वान पवन दास शास्त्री बताते हैं कि भगवान शंकर ऐसे देव हैं जो एक लोटे जल से जल्द प्रसन्न होते हैं. सावन का पवित्र महीना चल रहा है. आज सावन की शिवरात्रि है और आज के दिन अगर भगवान शंकर से जुड़ी हुई चीजें घर पर आती है तो ना सिर्फ घर की खुशहाली सुख समृद्धि बनी रहती है, बल्कि धन अपार की भी संभावनाएं जागृत होती हैं.
भगवान शंकर का डमरू
देवाधिदेव महादेव को डमरु बहुत प्रिय है. महादेव के हाथ में सदैव डमरु रहता है. वास्तु शास्त्र के मुताबिक अगर सावन की शिवरात्रि में घर में डमरु लगाया जाएतो इससे वास्तु दोष से मुक्ति मिलती है. घर से नकारात्मक शक्तियां दूर होती हैं. इसके अलावा सुख सुख समृद्धि का आगमन भी घर में होता है.
एक मुखी रुद्राक्ष
धार्मिक ग्रंथों के मुताबिक भगवान शिव के आंसुओं से रुद्राक्ष की उत्पत्ति हुई है. जिसमें से एक मुखी रुद्राक्ष भी है. रुद्राक्ष सुख समृद्धि और शांति का प्रतीक भी माना जाता है. अगर सावन की शिवरात्रि के मौके पर एक मुखी रुद्राक्ष आप घर लाते हैं और इसे धारण करते हैं. अथवा अपनी तिजोरी में रखते हैं तो आए और सौभाग्य में वृद्धि होती है.