हेल्थ वेलनेस सेंटर में काम बंद:प्रदेशभर के कर्मचारी रायपुर पहुंचे, कहा- 25 हजार मिले वेतन, अफसरों पर प्रताड़ित करने का आरोप

गुरुवार को पूरे छत्तीसगढ़ के हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर में काम बंद कर दिया गया। लंबे वक्त से कई तरह की अव्यवस्थाओं के बीच काम कर रहे कर्मचारियों का गुस्सा फूटा। ये सभी कर्मचारी रायपुर पहुंच गए। यहां विरोध प्रदर्शन करने तूता पहुंचे। प्रदेश के 2066 स्वास्थ्य केंद्रों से सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकरी, फार्मासिस्ट, काउंसलर और गांवों में स्वास्थ्य योजनाओं के लिए काम करने वाले कर्मचारी यहां जमा हुए।
तूता से निकलकर ये कर्मचारी राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन दफ्तर का घेराव करने निकले। बड़ी तादाद में नवा रायपुर की सड़क पर जमा हुए इन कर्मचारियों ने नारेबाजी करते हुए रैली निकाली। राज्योत्सव स्थल के आगे ओवरब्रिज के पास पुलिस ने बैरिकेडिंग कर रखी थी। कर्मचारियों ने 25 हजार वेतन देने और आधी रोटी, आधा पेट, जीवन चढ़ गया संविदा की भेंट जैसे नारे लिखे पोस्टर थाम रखे थे।
कर्मचारियों की रैली को यहीं रोक दिया गया। इस आंदोलन में शामिल होने ऑल इंडिया एसो. ऑफ कम्यूनिटी हेल्थ ऑफिसर संगठन के एमपी और उत्तराखंड के पदाधिकारी भी पहुंचे थे। एक प्रतिनिधी मंडल ने इसके बाद मिशन कार्यालय जाकर अफसरों से चर्चा की। आंदोलन रत कर्मचारियों ने 20 दिनों का अल्टीमेटम देकर मांगे पूरी करने को कहा है। ऐसा न होने पर ऑनलाइन, ऑफलाइन कामों को बंद कर दिया जाएगा।
ये है मांगें
- राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन छत्तीसगढ़ के अंतर्गत कार्यरत समस्त सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारियों को शासन के घोषणा पत्र के अनुरूप और भारत सरकार द्वारा जारी प्रस्ताव के अनुरूप नियमित किया जाए। नियमितीकरण होने तक समस्त सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारियों को 62 वर्ष नौकरी की सुरक्षा गारंटी दी जाए।
- राज्य में पदस्थ समस्त सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारियों की वेतन विसंगति दूर करते हुए, भारत सरकार द्वारा जारी वित्तीय दिशा निर्देश अनुसार प्रतिमाह 25000 वेतन एवं 15000 कार्य आधारित वेतन प्रतिमाह दिया जाए।
- राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन अंतर्गत समस्त सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारियों को उनके गृह जिला में स्थानांतरण हेतु सुविधा दी जाए।
- समस्त सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारियों को शासन मानव संसाधन नीति 2018 एवं कर्मचारी भविष्य निधि के नियम अनुसार ईपीएफ का लाभ दिया जाए।
- जिलों में पदस्थ ऐसे अधिकारी जिनके द्वारा कर्मचारियों को प्रताड़ित करने के आरोप लगे, संघ ने कार्रवाई की मांग भी की। मगर संबंधित जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारियों ने समय रहते कोई कार्रवाई नहीं की। ऐसे संबंधित मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारियों पर उचित दंडात्मक कार्रवाई की जाए।
अब आगे क्या
ऑल इंडिया एसोसिएशन ऑफ कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर छत्तीसगढ़ के प्रदेश अध्यक्ष प्रफुल्ल कुमार ने बताया कि यदि इनकी मांगे पूरी नहीं की जाती तो आने वाले महीने में यह सभी कर्मचारी जिनमें नियमित आने में तो दोनों कर्मचारी शामिल होंगे प्रदेश में अनिश्चितकालीन आंदोलन करेंगे। कर्मचारियों को वेतन विसंगति की वजह से परेशानी तो होती ही है। काम के दौरान अधिकारियों की प्रताड़ना झेलने के कारण भी कर्मचारी दुखी हैं। ऐसे में प्रशासन को चाहिए कि जल्द से जल्द इनकी मांगों पर गंभीरतापूर्वक विचार किया जाए।