अगले माह से बिजली 18 पैसे महंगी, लोगों की जेब पर पड़ेगा 9 पैसे यूनिट का भार

अगले माह से बिजली 18 पैसे महंगी, लोगों की जेब पर पड़ेगा 9 पैसे यूनिट का भार

अगले महीने से राज्य के बिजली उपभोक्ताओं को बिजली 18 पैसे प्रति यूनिट महंगी मिलेगी। बिजली की लागत 40 पैसे प्रति यूनिट बढ़ने के कारण राज्य की पावर कंपनी इस वृद्धि को समायोजित करने के लिए बिजली की दरों में वृद्धि कर रही है। हालांकि कीमत में जितनी वृद्धि होगी, लोगों पर उसका भार आधा ही पड़ेगा। हाफ बिजली योजना के कारण बिल का 50 प्रतिशत छूट मिल जाएगा। ऐसे में उपभोक्ता का बिजली बिल 1000 औसत आता है तो उन्हें हाफ बिल स्कीम के तहत उनका बिल बढ़कर 1018 रुपए हो जाएगा।

400 यूनिट से अधिक का उपयोग करने वालों पर 18 पैसे प्रति यूनिट के हिसाब से भार बढ़ेगा। भारत सरकार का केंद्रीय विद्युत मंत्रालय बिजली बिल में वेरियेबल कॉस्ट एडजेस्टमेंट (वीसीए) शुल्क के स्थान पर अब ईंधन व विद्युत क्रय समायोजन अधिभार (एफपीपीएएस) लगा रहा है। पिछले महीने छत्तीसगढ़ स्टेट पॉवर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी की बिजली लागत 40 पैसे प्रति यूनिट बढ़ गई। इसलिए जुलाई महीने की खपत पर उपभोक्ताओं को 14.23 प्रतिशत ईंधन एवं विद्युत क्रय समायोजन अधिभार लगेगा। यानी उपभोक्ताओं से 400 यूनिट खपत पर 15 से 18 पैसे प्रति यूनिट का अभिभार लिया जाएगा। हाफ योजना की वजह से 7.5 से 9 पैसे प्रति यूनिट की छूट भी मिलेगी।

पावर कंपनी के अफसरों के अनुसार पहले बिजली खरीदने की तय दर और वास्तविक खरीदी दर का अंतर वीसीए के जरिए समायोजित किया जाता था।

केंद्रीय विद्युत मंत्रालय, भारत सरकार ने 29 दिसंबर 2022 को अधिसूचित विद्युत (संशोधन) नियम 2022 के अनुसार आयोग ने निर्धारित फार्मूले के अनुसार टैरिफ आदेश में ईंधन व विद्युत क्रय समायोजन अधिभार लेने के निर्देश दिए हैं। अब तय बिजली खरीदी दर और पारेषण (ट्रांसमिशन) दर से वास्तविक बिजली खरीदी दर और पारेषण (ट्रांसमिशन) दर में अंतर की राशि को एफपीपीएएस के रूप में एडजस्ट किया जाएगा।

मई में ईंधन व विद्युत क्रय समायोजन अधिभार 10.29 प्रतिशत की दर से ली गई थी। यह जून में 14.23 प्रतिशत हो गई है। इसलिए जुलाई में की गई बिजली खपत में ईंधन व विद्युत क्रय समायोजन अधिभार 38 पैसे के स्थान पर 53 पैसे प्रति यूनिट लगेगा। इस तरह 100 व 200 यूनिट खपत पर 15 पैसे प्रति यूनिट, 300 यूनिट पर 17 पैसे और 400 यूनिट पर 18 पैसे प्रति यूनिट की दर बिल में वृद्धि संभावित है। इसमें राज्य सरकार की 50 प्रतिशत छूट देने पर सात से नौ पैसे प्रति यूनिट का ही भार पड़ेगा। 500 से एक हजार यूनिट तक खपत करने वाले उपभोक्ताओं के बिल में 19 से 25 पैसे प्रति यूनिट की दर से ईंधन व विद्युत क्रय समायोजन अधिभार लिया जाएगा।