एसएलआरएम सेंटर निर्माण में देरी पर सख्त हुई आयुक्त, 30 जून तक पूर्ण करने का अल्टीमेटम

असमाजिक गतिविधियों की शिकायत पर गेट और दीवार निर्माण के निर्देश

एसएलआरएम सेंटर निर्माण में देरी पर सख्त हुई आयुक्त, 30 जून तक पूर्ण करने का अल्टीमेटम
  • खुले में कचरा फेंकने पर व्यापारियों को चेतावनी
  • मैदान में जलभराव की समस्या सुलझाने सर्वे और प्लानिंग के आदेश

रिसाली नगर निगम क्षेत्र में निर्माणाधीन एसएलआरएम सेंटर को लेकर आयुक्त मोनिका वर्मा ने सख्ती दिखाई है। उन्होंने निर्माण एजेंसी को 30 जून तक सभी कार्य पूर्ण करने की अंतिम मोहलत दी। निरीक्षण के दौरान अव्यवस्थाओं और असमाजिक तत्वों की शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए त्वरित समाधान के निर्देश दिए।

रिसाली। वार्ड 22 के मैत्रीकुंज क्षेत्र में बन रहे कचरा पृथक्करण केन्द्र (एसएलआरएम) के निर्माण में देरी को लेकर नगर निगम आयुक्त मोनिका वर्मा ने निर्माण एजेंसी को 30 जून तक का अंतिम अवसर दिया है। सोमवार की सुबह माॅर्निंग विजिट के दौरान उन्होंने निर्माण कार्य की स्थिति का जायजा लिया और पार्षद रमा साहू से चर्चा की।

निरीक्षण के दौरान यह पाया गया कि सेंटर में रैंप, शौचालय और विद्युत से जुड़ा कार्य अभी अधूरा है। एजेंसी द्वारा कार्य बंद कर दिए जाने से क्षेत्र में असमाजिक तत्वों की आवाजाही बढ़ गई है। पार्षद रमा साहू ने मंगल भवन में तोड़फोड़ और असामाजिक तत्वों के जमावड़े की शिकायत आयुक्त से की। इस पर आयुक्त वर्मा ने भवन के पीछे खाली जमीन पर दीवार खड़ी करने और प्रधानमंत्री आवास परिसर में ऊंचा गेट लगाने के निर्देश दिए। इस दौरान सहायक अभियंता अखिलेश गुप्ता, प्रभारी उप अभियंता गोपाल सिन्हा और जनस्वास्थ्य विभाग के प्रभारी अधिकारी बृजेन्द्र परिहार भी उपस्थित थे।

व्यापारियों को मिली चेतावनी
वार्ड 4 स्थित रूआबांधा पूर्व के निरीक्षण के दौरान एमआईसी सदस्य व वार्ड पार्षद ममता यादव ने छत्तीसगढ़ सब्जी मार्केट क्षेत्र में व्यापारियों द्वारा गंदगी फैलाने की शिकायत की। आयुक्त ने व्यापारियों को खुले में कचरा फेंकने से मना करते हुए चेतावनी दी कि दोबारा गलती करने पर जनस्वास्थ्य विभाग द्वारा जुर्माना वसूला जाएगा।

पानी निकासी और सौंदर्यीकरण की दिशा में कदम
वार्ड 6 रूआबांधा सेक्टर में मैदान में जलभराव की समस्या को देखते हुए आयुक्त वर्मा ने अधिकारियों को स्थल निरीक्षण कर जल निकासी हेतु योजना बनाने का निर्देश दिया। साथ ही मंदिर परिसर के पास छोड़े गए क्षेत्र में पेवर ब्लॉक लगाने का प्रस्ताव तैयार करने को कहा।