30 हजार छात्र उतरे सड़कों पर, सूरजपुर बना ‘नशा मुक्ति’ की हुंकार का गवाह

‘नवजीवन’ अभियान के तहत सूरजपुर पुलिस ने निकाली भव्य जनजागरूकता रैली, हर थाना-चौकी क्षेत्र में गूंजे प्रेरणादायी नारे

30 हजार छात्र उतरे सड़कों पर, सूरजपुर बना ‘नशा मुक्ति’ की हुंकार का गवाह

"नशे से दूरी है जरूरी"— इस संदेश को जन-जन तक पहुँचाने सूरजपुर जिले में बुधवार को एक अभूतपूर्व दृश्य देखने को मिला, जब जिलेभर के थाना व चौकी क्षेत्रों में 30 हजार से अधिक स्कूली छात्र नशामुक्ति के लिए सड़कों पर उतरे। डीआईजी एवं एसएसपी प्रशांत कुमार ठाकुर के निर्देशन में चलाए जा रहे ‘नवजीवन’ अभियान के तहत निकली इस रैली ने नशे के खिलाफ जनमानस को जागरूक करने की दिशा में नई मिसाल कायम की।

सूरजपुर। सूरजपुर जिले में ‘नवजीवन’ अभियान के अंतर्गत नशामुक्ति के समर्थन में भव्य जनजागरूकता रैली का आयोजन किया गया। इस दौरान जिले के सभी थाना-चौकी प्रभारियों के नेतृत्व में स्कूली छात्रों ने हाथों में प्रेरक नारे लिखी तख्तियां लेकर रैली निकाली। “नशे को ना कहें, जीवन को हां कहें”, “एक कदम नशे से दूर, खुशियां हो भरपूर” जैसे नारों से जिले की गलियाँ गूंज उठीं।

रैली की शुरुआत सामूहिक नशामुक्ति शपथ से हुई, जिसमें छात्रों, शिक्षकों और पुलिस अधिकारियों ने न केवल स्वयं, बल्कि समाज को भी नशा मुक्त बनाने का संकल्प लिया। इस मुहिम ने यह संदेश दिया कि समाज में बदलाव की शुरुआत स्वयं से होती है।

डीआईजी एवं एसएसपी श्री प्रशांत कुमार ठाकुर ने कहा, “नशा एक सामाजिक बुराई है जो व्यक्ति, परिवार और समाज तीनों को कमजोर करता है। नशे की रोकथाम के लिए जन-सहयोग अत्यंत आवश्यक है। यदि किसी को मादक पदार्थों की बिक्री अथवा सेवन की सूचना मिले तो टोल फ्री नंबर 1933 या पुलिस कंट्रोल रूम सूरजपुर के नंबर 9479193999 पर तत्काल सूचित करें।”

उन्होंने बताया कि यह अभियान सिर्फ एक दिन की गतिविधि नहीं बल्कि सतत प्रयास है, जिसका उद्देश्य जनमानस में नशे के प्रति जागरूकता फैलाना और युवाओं को सही दिशा में प्रेरित करना है।

 छात्रों की भारी भागीदारी और उनके बुलंद इरादों ने यह साबित कर दिया कि यदि युवा पीढ़ी ठान ले, तो समाज से किसी भी बुराई को जड़ से खत्म किया जा सकता है। सूरजपुर में निकली यह रैली सिर्फ एक आयोजन नहीं, बल्कि एक सामाजिक चेतना का प्रतीक बन गई है।