38 नए कॉलेजों की संबद्धता और मान्यता रोकी हई, आज होगी आपात बैठक....

38 नए कॉलेजों की संबद्धता और मान्यता रोकी हई, आज होगी आपात बैठक....

भिलाई। तकनीकी शिक्षा विभाग को 31 जुलाई के पहले नए फार्मेसी कॉलेजों के संबद्धता के लिए अनापत्ति प्रमाण पत्र देना था, इसके स्थान पर 5 अगस्त को एनओसी जारी की गई। इसकी वजह से तकनीकी विश्वविद्यालय ने 38 नए कॉलेजों की संबद्धता और मान्यता रोक दी है। मामले में गुरुवार को एक आपात बैठक हो चुकी है, जिसमें कार्यपरिषद के सदस्यों ने शासन से पुन: पत्राचार कर संबद्धता का आदेश लेने की बात कही है।

इस मामले में सोमवार 14 अगस्त को तकनीकी विवि के कार्यपरिषद की आपात बैठक दोपहर तीन बजे होगी। नियमों में उलझे होने से बी-फार्मेसी और डी-फार्मेसी के उम्मीदवारों और उनके अभिभावकों के बीच दुविधा है। कॉलेजों को मान्यता मिलती है तो करीब 3000 सीटें बढ़ेंगी। मान्यता नहीं मिलती है तो फार्मेसी के करीब 4700 सीटों से ही प्रवेश दे सकेंगे। इधर, तकनीकी शिक्षा संचालनालय ने अभियांत्रिकी के साथ ही फार्मेसी में प्रवेश के लिए काउंसिलिंग की तारीख तय कर दी है।

14 अगस्त से विद्यार्थी फार्मेसी कॉलेजों में प्रवेश के लिए पंजीयन करेंगे। यदि कॉलेजों और सीटों की संख्या कम होगी तो विद्यार्थियों और उनके अभिभावकों के सामने कम विकल्प होंगे। सीटें भी कम होंगी। नियमानुसार 31 जुलाई के पहले पत्र जारी होना था ^नियमानुसार 31 जुलाई के पहले एनओसी जारी होना था, लेकिन 5 अगस्त को जारी की गई। ऐसे में नियमानुसार संबद्धता देना मुश्किल है। संबद्धता के आदेश के लिए शासन को पत्र लिखा है। मामले को सुलझाने सोमवार को कार्यपरिषद की आपात बैठक बुलाई है। डॉ. एमके वर्मा, कुलपति, तकनीकी विवि 45 नए फार्मेसी कॉलेजों खोलने के लिए आवेदन शिक्षा सत्र 2022-23 के दौरान तकनीकी विवि से 43 फार्मेसी कॉलेज संबद्ध थे। नए शिक्षा सत्र 2023-24 के लिए 45 नए महाविद्यालयों ने संबद्धता के लिए आवेदन किया है। उन्होंने पीसीआई और एआईसीटीई से संबद्धता के दस्तावेज ले चुके हैं। तकनीकी शिक्षा विभाग से एनओसी लेकर तकनीकी विवि में संबद्धता के लिए आवेदन किया है।

शासन के नियमानुसार प्रत्येक निजी महाविद्यालयों को हर साल बी-फार्मेसी में प्रथम वर्ष में सीट बढ़ाना हो या फिर द्वितीय और तृतीय वर्ष की सीटों के लिए अलग आवेदन करना होता है। इसी दौरान नए कॉलेज वालों से भी आवेदन लिए जाते हैं। इस बार करीब 87 संस्थानों ने आवेदन किया है। इनमें से सीट वृद्धि और कक्षा वृद्धि वाले 49 संस्थानों को मान्यता दे दी है। 38 का प्रकरण अटके हैं। इस पर सोमवार की बैठक में चर्चा होगी।