अनुभवी ठेकेदारों की पात्रता को लेकर कॉन्ट्रैक्टर्स वेलफेयर एसोसिएशन ने बीएसपी प्रबंधन से की पुनर्विचार की मांग

नई नीति से ठेकेदारों की हिस्सेदारी पर संकट, अनुभव को मापदंडों में शामिल करने की उठाई मांग

अनुभवी ठेकेदारों की पात्रता को लेकर कॉन्ट्रैक्टर्स वेलफेयर एसोसिएशन ने बीएसपी प्रबंधन से की पुनर्विचार की मांग

भिलाई इस्पात संयंत्र (बीएसपी) के ठेका प्रकोष्ठ में नई अनुबंध नीति लागू होने के बाद पुराने और अनुभवी ठेकेदारों के भविष्य पर सवाल खड़े हो गए हैं। इस बदलाव से असंतोष जताते हुए भिलाई स्टील प्लांट कॉन्ट्रैक्टर्स वेलफेयर एसोसिएशन ने पात्रता शर्तों में संशोधन की मांग की है।

भिलाई (सन टाइम्स)। भिलाई इस्पात संयंत्र की ओर से हाल ही में लागू की गई नई अनुबंध नीति के तहत पाँच ठेकेदारों के कार्यों को समाहित कर एक कॉन्ट्रैक्ट यूनिट बनाया गया है। इससे कई ऐसे ठेकेदार, जो पिछले दो दशकों से संयंत्र के शटडाउन व तकनीकी कार्यों में अपनी विशेषज्ञता सिद्ध करते आ रहे हैं, अब नई पात्रता शर्तों (Eligibility Criteria) को पूरा नहीं कर पा रहे हैं।

कॉन्ट्रैक्टर्स वेलफेयर एसोसिएशन ने बीएसपी के ठेका प्रकोष्ठ के मुख्य प्रबंधक को पत्र लिखकर अपील की है कि वरिष्ठ एवं अनुभवी ठेकेदारों के कार्य अनुभव व संयंत्र के प्रति वर्षों के योगदान को मान्यता दी जाए। पत्र में यह भी उल्लेख किया गया है कि मापदंडों में सुधार न होने पर अनुभवी ठेकेदारों को कार्य से वंचित होना पड़ सकता है, जो न केवल उनके भविष्य को प्रभावित करेगा, बल्कि संयंत्र को भी उनके दशकों के व्यावहारिक अनुभव से वंचित कर देगा।

एसोसिएशन ने प्रबंधन से आग्रह किया है कि नए मापदंडों को यथासंभव लचीला बनाते हुए पुराने ठेकेदारों को योग्य ठहराया जाए ताकि वे भी आगामी कार्यों में भाग ले सकें। एसोसिएशन को आशा है कि प्रबंधन उनके अनुरोध पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करेगा और सकारात्मक कदम उठाएगा।