"ऑपरेशन सुरक्षा": गायों की रक्षा और हादसों की रोकथाम के लिए सड़कों पर रेडियम पट्टा अभियान

दुर्ग यातायात पुलिस ने मवेशियों की सुरक्षा और सड़क दुर्घटनाओं में कमी के लिए शुरू किया अभिनव प्रयास, गायों के गले में लगाए जा रहे रेडियम पट्टे

दुर्ग शहर में ‘ऑपरेशन सुरक्षा’ के तहत सड़क दुर्घटनाओं को रोकने और गौ माता की रक्षा सुनिश्चित करने के उद्देश्य से यातायात पुलिस द्वारा एक अनूठा अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान के अंतर्गत सड़क पर बैठे मवेशियों के गले में चमकदार रेडियम पट्टा बांधा जा रहा है, जिससे रात के अंधेरे में वाहन चालकों को दूर से ही मवेशी नजर आ सकें और दुर्घटनाओं से बचाव हो सके।

दुर्ग। शहर में सड़क सुरक्षा को सुदृढ़ बनाने की दिशा में यातायात पुलिस दुर्ग द्वारा 'ऑपरेशन सुरक्षा' अभियान तेज गति से चलाया जा रहा है। इसके तहत सड़कों पर बैठने वाले मवेशियों के गले में रेडियम पट्टा बांधने की पहल की गई है, ताकि रात के अंधेरे में वाहन चालकों को वे स्पष्ट रूप से दिखाई दे सकें और दुर्घटनाएं रोकी जा सकें।

दुर्ग यातायात पुलिस ने बताया कि विशेष रूप से वर्षा ऋतु में मवेशी सुखी सतह की तलाश में सड़कों पर बैठ जाते हैं। रात के समय दृश्यता कम होने से वाहन चालकों को मवेशी नजर नहीं आते, जिससे कई बार गंभीर सड़क हादसे हो जाते हैं। इन्हीं दुर्घटनाओं की रोकथाम और मवेशियों की सुरक्षा के लिए यह कदम उठाया गया है। इस अभियान की शुरुआत प्रसिद्ध कथा वाचक पं. प्रदीप मिश्रा जी महाराज ने एक बछड़े के गले में मंच पर रेडियम पट्टा पहनाकर की थी, जिसने इस कार्य को धार्मिक व सामाजिक महत्व भी प्रदान किया।

आज दुर्ग शहर के प्रमुख मार्गों—पुलगांव, अंजोरा, चंदखुरी और पोटिया रोड—में सड़क पर बैठे मवेशियों को चिन्हित कर उनके गले में रेडियम पट्टा बांधा गया। पुलिस का कहना है कि यह अभियान जिलेभर में चरणबद्ध तरीके से विस्तारित किया जाएगा।

यातायात पुलिस दुर्ग ने मवेशियों के मालिकों से अपील की है कि वे अपने पशुओं के गले में रेडियम पट्टा अवश्य पहनाएं तथा उन्हें यथासंभव घर में ही बांधकर रखें। यह न केवल मवेशियों की सुरक्षा है, बल्कि समाज के लिए भी एक जिम्मेदारी है।

‘ऑपरेशन सुरक्षा’ के मुख्य बिंदु:

  • सड़कों की अभियंत्रिकी खामियों को दूर करना
  • अतिक्रमण हटाना
  • यातायात नियमों के प्रति जन-जागरूकता
  • लापरवाह चालकों पर सख्त कार्रवाई
  • सड़क हादसों में कमी लाना

यह अभिनव प्रयास न केवल सड़क सुरक्षा में नई मिसाल बनेगा, बल्कि गौ माता की सेवा और संरक्षण का उदाहरण भी प्रस्तुत करेगा।