अब हर घर बनेगा बिजली का उत्पादक: ‘सूर्य घर’ योजना से मिलेगी मुफ्त बिजली और सब्सिडी का लाभ
भिलाई नगर निगम ने किया ‘प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना’ का प्रचार, नागरिकों से अपने घरों में सोलर पैनल लगाने की अपील

भिलाई नगर निगम द्वारा आयोजित एक महत्वपूर्ण बैठक में ‘प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना’ को लेकर विस्तारपूर्वक जानकारी दी गई। इस योजना के तहत नागरिक अपने घरों में सोलर पैनल लगाकर न केवल बिजली बिल में भारी कटौती कर सकते हैं, बल्कि सरकार से आकर्षक सब्सिडी का लाभ भी उठा सकते हैं। अधिकारियों ने इसे पर्यावरण संरक्षण के साथ-साथ आर्थिक रूप से भी लाभकारी बताया।
भिलाईनगर। नगर पालिक निगम भिलाई के सभागार में ‘प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना’ के तहत एक जागरूकता बैठक का आयोजन किया गया। इस अवसर पर नागरिकों को बताया गया कि वे अपने घरों की छतों पर सोलर पैनल लगाकर इस योजना का सीधा लाभ उठा सकते हैं। इससे जहां बिजली बिल में उल्लेखनीय कमी आएगी, वहीं पर्यावरण संरक्षण में भी योगदान दिया जा सकेगा।
बैठक में जानकारी दी गई कि केंद्र सरकार द्वारा इस योजना में सब्सिडी प्रदान की जा रही है। 1 किलोवाट सौर संयंत्र पर केंद्र से ₹30,000 और राज्य सरकार से ₹15,000 की सहायता दी जा रही है। इसी प्रकार 2 किलोवाट पर केंद्र से ₹60,000 और राज्य से ₹30,000 तथा 3 किलोवाट पर केंद्र से ₹78,000 और राज्य से ₹30,000 तक की सब्सिडी दी जाती है।
नगर निगम के अधीक्षण अभियंता डी.के. वर्मा ने स्वयं का उदाहरण साझा करते हुए बताया कि उन्होंने अपने घर में सोलर पैनल लगवाया है। पहले उनके घर का मासिक बिजली बिल ₹4000 तक आता था, लेकिन अब वह घटकर ₹2000 से भी कम हो गया है। इससे उन्हें आर्थिक राहत मिली है और उन्होंने इसे पर्यावरण हितैषी कदम बताया।
इस दौरान निगम आयुक्त श्री पाण्डेय ने योजना को ‘शासन की महत्वाकांक्षी पहल’ करार देते हुए सभी अधिकारियों और कर्मचारियों से अपील की कि वे स्वयं अपने घरों में सौर पैनल लगाकर योजना की शुरुआत करें। उन्होंने बताया कि निगम की योजना है कि आगे चलकर शासकीय कार्यालयों में भी सोलर पैनल स्थापित किए जाएं ताकि बिजली खर्च में कमी लाई जा सके।
इसके साथ ही निगम द्वारा आम नागरिकों, जनप्रतिनिधियों, वार्ड पार्षदों, हाउसिंग सोसायटी एवं कॉलोनियों में व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाएगा ताकि ज़्यादा से ज़्यादा लोग इस योजना से जुड़ सकें और मुफ्त बिजली के साथ ऊर्जा आत्मनिर्भरता की दिशा में कदम बढ़ा सकें।