किसानों को मिला खाली कटोरा, सरकार दे रही सिर्फ बहाने: AAP ने चेताया आंदोलन की तैयारी
DAP-यूरिया और बीज की भारी किल्लत पर आम आदमी पार्टी ने उठाए सवाल, कहा—‘धान के कटोरे को सरकार ने कर दिया खाली’

छत्तीसगढ़ में खाद और बीज की भारी कमी को लेकर आम आदमी पार्टी (AAP) ने सरकार को आड़े हाथों लिया है। पार्टी पदाधिकारियों ने आरोप लगाया है कि किसान संकट में हैं और सरकार महज कागज़ी आश्वासन और विकल्पों की आड़ में ज़मीनी हकीकत से मुंह मोड़ रही है। चेतावनी दी गई कि मांगें नहीं मानी गईं तो किसान आंदोलन होगा।
दुर्ग, 19 जुलाई। छत्तीसगढ़ में खरीफ सीजन की शुरुआत से पहले ही किसानों को खाद, बीज और उर्वरक की भारी किल्लत का सामना करना पड़ रहा है। आम आदमी पार्टी (AAP) ने इस संकट पर सरकार को घेरते हुए उसे ‘किसान विरोधी’ बताया है।
प्रदेश अध्यक्ष गोपाल साहू ने कहा कि 20 जून को सरकार को ज्ञापन सौंपा गया था, जिसमें DAP, यूरिया और बीज की आपूर्ति में भारी कमी की ओर ध्यान दिलाया गया था, लेकिन एक महीने बाद भी स्थिति जस की तस बनी हुई है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार सिर्फ "कार्यक्रमबाज़ी" में व्यस्त है और किसानों की आवाज़ को अनसुना कर रही है।
प्रदेश महासचिव वदूद आलम ने बताया कि खरीफ 2025 के लिए 3.10 लाख टन डीएपी की ज़रूरत थी, मगर अब तक केवल 1.10 लाख टन ही किसानों को मिला है। यूरिया की ज़रूरत 7.12 लाख टन है, लेकिन सिर्फ 3.59 लाख टन ही वितरित हुआ है। बीजों की ज़रूरत 4.32 लाख क्विंटल थी, जबकि सरकार केवल 3.83 लाख क्विंटल ही मुहैया करवा पाई है।
संजीत विश्वकर्मा (प्रदेश संगठन मंत्री) ने आरोप लगाया कि कई जगह किसानों को नकली खाद और बीज बेचे जा रहे हैं और समितियों में भ्रष्टाचार फैला हुआ है। निजी दुकानों पर खाद 2100 रुपये प्रति बैग तक बिक रहा है, जो किसानों की पहुंच से बाहर है।
वरिष्ठ नेता देविंदर सिंह भाटिया ने कहा, “जिस राज्य को कभी ‘धान का कटोरा’ कहा जाता था, वहां आज सरकार की नाकामी के चलते किसानों के हाथ में सिर्फ खाली कटोरा है।” दुर्ग लोकसभा अध्यक्ष गीतेश्वरी बघेल और अधिवक्ता ज्ञान प्रकाश तिवारी ने मांग की कि समितियों और निजी विक्रेताओं की जांच कर कालाबाजारी पर रोक लगाई जाए।
AAP पदाधिकारियों रवि साहू, दिवाकर ठाकुर, अजय रमेटेके, राजेश बंछोर और शिवा रायडू ने सरकार को स्पष्ट चेतावनी दी है कि यदि किसानों की मांगों पर तुरंत कार्यवाही नहीं की गई, तो आम आदमी पार्टी किसानों के साथ मिलकर सड़कों पर उतरकर बड़ा आंदोलन करेगी।