खास खबर : तांदुला नहर में बह गए दो मंत्रालय कर्मचारी, रेस्क्यू में जुटी SDRF

धमतरी से लौटते समय हादसा, नहर में पैर डालकर बैठे थे दोनों युवक, एक को बचाने गया दूसरा भी डूबा

     दुर्ग। तांदुला नहर में रविवार को दो युवकों के डूबने से हड़कंप मच गया। दोनों रायपुर मंत्रालय में पदस्थ थे और छुट्टी के दिन बिलई माता मंदिर दर्शन कर लौट रहे थे। नहर किनारे रिलैक्स करते समय एक का पैर फिसल गया और दूसरा उसे बचाने के चक्कर में खुद भी तेज बहाव में बह गया। SDRF की टीम सुबह से रेस्क्यू में जुटी है, लेकिन खबर लिखे जाने तक शव बरामद नहीं हो सका है।

 दुर्ग जिले के सेलूद क्षेत्र से होकर गुजरने वाली तांदुला नहर में दो युवक डूब गए। SDRF को शनिवार शाम सूचना मिली थी, लेकिन अंधेरा होने के कारण तत्काल सर्च ऑपरेशन शुरू नहीं हो सका। रविवार तड़के टीम ने रेस्क्यू शुरू किया, जो अब तक जारी है।

SDRF प्रभारी नागेन्द्र कुमार सिंह के अनुसार, घटना शाम करीब 4 बजे की है। डूबने वाले युवकों की पहचान प्रहलाद यादव (40 वर्ष, निवासी धनौरा) और नंद किशोर धुरवे (38 वर्ष, निवासी सुभाष नगर बोरसी) के रूप में हुई है। दोनों रायपुर स्थित मंत्रालय में कार्यरत थे।

परिजनों के मुताबिक, दोनों युवक अपने एक साथी के साथ धमतरी स्थित बिलई माता मंदिर के दर्शन कर लौट रहे थे। रास्ते में नहर के तेज बहाव को देखकर उन्होंने कार रोक दी और कुछ देर विश्राम के लिए नहर के किनारे बैठ गए। दोनों युवक नहर में पैर डालकर बैठे थे, तभी प्रहलाद का संतुलन बिगड़ा और वह पानी में गिर गया। उसे बचाने नंद किशोर भी कूद पड़ा, लेकिन वह भी तेज बहाव में बह गया। कार चालक घटना के समय दूसरी दिशा में फोन पर बात कर रहा था। शोर सुनकर वह दौड़ा और लोगों को बुलाया। तुरंत पुलिस को सूचना दी गई और SDRF की टीम को मौके पर बुलाया गया।

बताया जा रहा है कि नहर में इस समय 15 फीट गहरा पानी और तेज बहाव है। यह नहर तांदुल जलाशय से बीएसपी के मरोदा डैम को जोड़ती है। प्रशासन ने तत्काल पानी के बहाव को बंद कराया है ताकि रेस्क्यू ऑपरेशन में सहूलियत हो। उतई थाना पुलिस मौके पर मौजूद है और लोगों की भीड़ को नियंत्रित कर रही है। SDRF की टीम नाव व जाल की मदद से सर्च ऑपरेशन चला रही है।