भिलाई इस्पात संयंत्र में अग्निशमन सेवा दिवस पर शानदार प्रदर्शन
अग्निशमन जवानों ने दिखाई तकनीकी दक्षता, शहीद अग्निवीरों को दी श्रद्धांजलि
भिलाई। सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र में रविवार को राष्ट्रीय अग्निशमन सेवा दिवस का आयोजन संयंत्र निदेशक प्रभारी अनिर्बान दासगुप्ता के मुख्य आतिथ्य में किया गया। इस अवसर पर अग्निशमन जवानों ने परेड, अग्निशमन ड्रिल, और सुरक्षा उपकरणों का प्रदर्शन कर अपनी तकनीकी दक्षता का परिचय दिया।
समारोह की शुरुआत शहीद अग्निशमन वीरों को श्रद्धांजलि अर्पित कर की गई। निदेशक प्रभारी ने परेड का निरीक्षण किया और जवानों को संयंत्र व राष्ट्र के प्रति निष्ठा और समर्पण की शपथ दिलाई। इस अवसर पर “सीढ़ी ड्रिल”, “रसोई गैस आग”, “ट्रांसफॉर्मर आग”, “हाई एक्सपांशन फोम” सहित कई अग्नि नियंत्रण तकनीकों का सजीव प्रदर्शन किया गया।
कार्यक्रम में कार्यपालक निदेशक (वर्क्स) राकेश कुमार, कार्यपालक निदेशक (मानव संसाधन) पवन कुमार, कार्यपालक निदेशक (खदान) बिपिन कुमार गिरी, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवा निदेशक डॉ. एम. रवींद्रनाथ सहित संयंत्र बिरादरी के वरिष्ठ अधिकारी, कर्मचारी व उनके परिजन उपस्थित रहे।
निदेशक प्रभारी श्री दासगुप्ता ने कहा कि संयंत्र में अग्निसुरक्षा प्राथमिकता है और शून्य अग्नि दुर्घटना का लक्ष्य तभी प्राप्त हो सकता है जब हर विभाग और कर्मचारी सजग रहे। उन्होंने अग्निशमन सेवा को राष्ट्रीय संपत्ति बताते हुए इसके योगदान की सराहना की।
कार्यक्रम में लीडिंग फायरमैन श्री तिहारूराम भोरे एवं फायरमैन श्री मानसिंह कोमा को सर्वश्रेष्ठ फायरमैन पुरस्कार से सम्मानित किया गया। साथ ही, विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेताओं को पुरस्कृत किया गया।
कार्यक्रम का संचालन सारिका गहने और प्रमोद राठौर ने किया, जबकि धन्यवाद ज्ञापन अतिरिक्त मुख्य अग्निशमन अधिकारी एस.बी. धवस ने प्रस्तुत किया।
राष्ट्रीय अग्निशमन सेवा दिवस प्रतिवर्ष 14 अप्रैल को उन अग्निशमन वीरों की स्मृति में मनाया जाता है, जिन्होंने अपनी जान की परवाह किए बिना जन-धन की रक्षा की। इस वर्ष का विषय था—
“एकजुट हों, अग्निसुरक्षित भारत को प्रज्ज्वलित करें।”