खास समाचार : क्रूरता से भरे मवेशी तस्करी रैकेट का पर्दाफाश, एक आरोपी गिरफ्तार

खास समाचार :  क्रूरता से भरे मवेशी तस्करी रैकेट का पर्दाफाश, एक आरोपी गिरफ्तार
  • 3.60 लाख के मवेशी, 18 लाख की गाड़ियां और नकदी जब्त — चंदौरा पुलिस की सटीक कार्रवाई
  • झारखंड ले जाए जा रहे थे मवेशी, नाकाबंदी के दौरान आरोपी पुलिस के हत्थे चढ़ा, अन्य की तलाश जारी

छत्तीसगढ़ के सूरजपुर जिले में चंदौरा थाना पुलिस ने मवेशियों की अवैध तस्करी का बड़ा खुलासा करते हुए एक आरोपी को धर दबोचा है। तीन पिकअप और एक कार में ठूंस-ठूंसकर भरकर झारखंड की ओर ले जाए जा रहे मवेशियों को पुलिस ने नाकाबंदी कर रोका। एक आरोपी को मौके से गिरफ्तार किया गया है, जबकि अन्य आरोपी अंधेरे का फायदा उठाकर फरार हो गए। पुलिस ने कुल 3.60 लाख रुपये के मवेशी, 18 लाख रुपये कीमत के वाहन और नकदी जब्त की है।

सूरजपुर। पुलिस अधीक्षक श्री प्रशांत कुमार ठाकुर द्वारा जिले में अवैध गतिविधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देशों के तहत चंदौरा थाना पुलिस को 8 जुलाई को एक बड़ी सफलता हाथ लगी। पुलिस को सूचना मिली थी कि तीन पिकअप वाहनों में भैंस-भैंसों को क्रूरतापूर्वक भरकर झारखंड ले जाया जा रहा है, जिनके साथ एक सेंट्रो कार भी आगे-आगे चल रही है।

सूचना मिलते ही पुलिस टीम ने बनारस मार्ग पर नाकाबंदी की। नाकाबंदी देखकर पिकअप चालकों और कार सवारों ने वाहन मोड़कर भागने की कोशिश की, लेकिन पीछा करने पर कार सवार गुड्डू उर्फ सईद खान को पकड़ लिया गया। उसके अन्य साथी अंधेरे का फायदा उठाकर भाग निकले। जांच में पाया गया कि तीनों पिकअप में कुल 18 मवेशी लदे हुए थे, जिनमें से एक मवेशी मृत अवस्था में मिला। कार से ₹6500 की नकदी भी जब्त की गई। गिरफ्तार आरोपी की पहचान गुड्डू उर्फ सईद खान उर्फ सईद मुबारक, उम्र 36 वर्ष, निवासी मलगा, थाना भटगांव के रूप में हुई है। आरोपी ने स्वीकार किया कि वह अपने साथियों के साथ मिलकर मवेशियों की तस्करी कर रहा था।

पुलिस ने कुल मिलाकर:

  • 3.60 लाख रुपये के मवेशी
  • 18 लाख रुपये मूल्य के वाहन (तीन पिकअप और एक सेंट्रो कार)
  • ₹6,500 की नकदी जब्त की है।

मामले में पशु संरक्षण अधिनियम, पशु क्रूरता निवारण अधिनियम और भारतीय न्याय संहिता (BNS) की संबंधित धाराओं के तहत अपराध दर्ज किया गया है।

  सक्रिय पुलिस टीम:
इस कार्रवाई में चंदौरा थाना प्रभारी मनोज सिंह, एएसआई सुनील भारती, एएसआई नील कुसुम बेक, प्रधान आरक्षक शैलेश सिंह, आरक्षक रविन्द्र जायसवाल, सूरज पाटिल, अमृत लाल और शिवभजन राजवाड़े की सक्रिय भूमिका रही। पुलिस फरार आरोपियों की तलाश में लगातार दबिश दे रही है और जल्द ही उन्हें भी गिरफ्तार किए जाने की संभावना है।