जमानत के नाम पर धोखा: पैरोल पर बाहर आए निगरानी बदमाश ने की ठगी, गिरफ्तार
पीड़ित से 1500 रुपए, मोबाइल और एक्टिवा ठग कर हुआ था फरार
- निगरानी बदमाश संजू वैष्णव को पाटन पुलिस ने घेराबंदी कर पकड़ा
- पैरोल अवधि खत्म होने के बाद जेल न लौटकर दिया वारदात को अंजाम
दुर्ग ज़िले के पाटन थाना क्षेत्र में एक निगरानी बदमाश ने जमानत दिलाने के नाम पर एक बुजुर्ग से नगदी, मोबाइल और वाहन की ठगी कर फरार हो गया था। आरोपी संजू वैष्णव, जो पहले से जेल में बंद था, पैरोल पर बाहर आया और वारदात को अंजाम देने के बाद फरार हो गया। पुलिस ने उसे मुखबिर की सूचना पर गिरफ्तार कर लिया है।
पाटन, दुर्ग। थाना पाटन क्षेत्र के ग्राम रवेली निवासी नंदन यादव पिता भागीरथी यादव (उम्र 59 वर्ष) ने 21 जून 2025 को रिपोर्ट दर्ज कराई कि 20 जून को एक निगरानी बदमाश संजू वैष्णव उनके घर आकर यह कहकर मिला कि वह उनके पुत्र ओमप्रकाश यादव, जो केंद्रीय जेल दुर्ग में निरुद्ध है, की जमानत करा देगा। इस बहाने उसने 1500 रुपए नकद, मोबाइल फोन और एक्टिवा वाहन (क्रमांक CG-07-CQ-4737) लेकर फरार हो गया।
संजू वैष्णव, जो थाना पाटन का निगरानी बदमाश है, पहले से केंद्रीय जेल दुर्ग में सजा काट रहा था और पैरोल पर ग्राम देवादा आया हुआ था। पैरोल समाप्त होने के बाद भी वह जेल नहीं लौटा और इस दौरान उसने उक्त ठगी की वारदात को अंजाम दिया।
मामले को गंभीरता से लेते हुए थाना प्रभारी निरीक्षक अनिल कुमार साहू के नेतृत्व में थाना स्टाफ एवं सायबर सेल की टीम ने सतत निगरानी और तलाश शुरू की। 10 जुलाई 2025 को सूचना मिली कि संजू वैष्णव ग्राम देमार के रास्ते में घूम रहा है। त्वरित कार्यवाही करते हुए पुलिस ने घेराबंदी कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। उससे 800 रुपए नकद और एक्टिवा वाहन जब्त किया गया।
पाटन पुलिस ने आरोपी के खिलाफ अपराध क्रमांक 115/2025, धारा 316(2), 318 बीएनएस के तहत मामला दर्ज कर उसे न्यायिक रिमांड पर भेज दिया है।