दुर्ग में डीएपी खाद की किल्लत से जूझ रहे किसान, नैनो खाद को लेकर असमंजस

सोसाइटियों में पारंपरिक डीएपी की कमी से किसानों की बुवाई रुकी; सरकार नैनो डीएपी को बढ़ावा दे रही, लेकिन जानकारी के अभाव में किसान अब भी पारंपरिक खाद पर ही निर्भर

दुर्ग में डीएपी खाद की किल्लत से जूझ रहे किसान, नैनो खाद को लेकर असमंजस

छत्तीसगढ़ के दुर्ग ग्रामीण क्षेत्र में इस समय किसान डीएपी खाद की भारी कमी से परेशान हैं। कृषि कार्यों की शुरुआत के बीच पारंपरिक डीएपी खाद का न मिलना किसानों की चिंता बढ़ा रहा है। सरकार भले ही नैनो डीएपी को प्रोत्साहित कर रही हो, लेकिन ज़मीन से जुड़े किसान इसकी जगह पुराने खाद की ही मांग कर रहे हैं।

दुर्ग। ज़िले के ग्रामीण अंचलों में खरीफ की बुवाई का समय चल रहा है, लेकिन डीएपी खाद की कमी ने किसानों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। खाद वितरण समितियों (सोसाइटियों) में डीएपी की आपूर्ति ठप होने से किसान परेशान होकर इधर-उधर भटक रहे हैं। कई किसानों का कहना है कि वे पिछले कई दिनों से खाद के लिए चक्कर काट रहे हैं, लेकिन नतीजा शून्य रहा।

इस बार सरकार की ओर से डीएपी के भंडारण लक्ष्य में भारी कटौती की गई है। इसका असर जमीनी स्तर पर दिखाई दे रहा है। खेत तैयार हैं, बीज भी हैं, लेकिन खाद न होने के कारण बोआई अधर में लटकी है।

सरकार कर रही नैनो डीएपी का प्रचार, लेकिन भरोसा नहीं

सरकार की तरफ से नैनो डीएपी का विकल्प सुझाया जा रहा है और इसके प्रचार-प्रसार में तेजी लाई जा रही है। कृषि विभाग किसानों को एनपीके और सिंगल सुपर फॉस्फेट जैसे वैकल्पिक उर्वरकों के उपयोग की सलाह दे रहा है। लेकिन किसानों का कहना है कि उन्हें नैनो डीएपी के उपयोग, प्रभाव और विधि के बारे में अभी स्पष्ट जानकारी नहीं है।

किसानों की मांग – पारंपरिक डीएपी जल्द मिले

किसानों की साफ मांग है कि सरकार पारंपरिक डीएपी खाद की उपलब्धता सुनिश्चित करे। उनका कहना है कि जब तक वे नई तकनीक और खाद को पूरी तरह नहीं समझते, तब तक पारंपरिक खाद ही उनके लिए भरोसेमंद विकल्प है।

क्या हो सकता है समाधान?

इस संकट से उबरने के लिए आवश्यक है कि सरकार न सिर्फ डीएपी खाद की उपलब्धता बढ़ाए, बल्कि साथ ही किसानों को नैनो डीएपी और अन्य विकल्पों के बारे में प्रशिक्षण, जागरूकता अभियान, और डेमोन्स्ट्रेशन के माध्यम से जानकारी भी दे। किसानों और प्रशासन के बीच संवाद को मजबूत कर ही इस समस्या का स्थायी समाधान निकल सकता है।