दुर्ग में कड़ाके की ठंड: पारा गिरकर 8.2 डिग्री पर पहुँचा, शीतलहर की चेतावनी जारी

अगले तीन दिनों में तापमान 7 डिग्री के करीब आने का अनुमान, रात–सुबह बढ़ेगी ठिठुरन; निगम ने अलाव की व्यवस्था तेज की

दुर्ग और आसपास के क्षेत्रों में ठंड ने रफ्तार पकड़ ली है। गुरुवार को न्यूनतम तापमान में और गिरावट दर्ज की गई, जिससे शीतलहर की स्थिति बनने लगी है। मौसम विभाग का अनुमान है कि आने वाले तीन दिनों में पारा और लुढ़ककर 7 डिग्री के आसपास पहुँच सकता है, जिससे सर्द रातें लोगों की परेशानी और बढ़ा देंगी।

दुर्ग/भिलाई। जिले में सर्दी लगातार तेज हो रही है। गुरुवार को न्यूनतम तापमान गिरकर 8.2 डिग्री सेल्सियस पर पहुँच गया, जो सामान्य से करीब 5.5 डिग्री कम है। मौसम विभाग ने क्षेत्र में शीतलहर की औपचारिक चेतावनी जारी की है और अगले कुछ दिनों तक तापमान में और गिरावट का संकेत दिया है। विशेषज्ञों के अनुसार उत्तर भारत से आ रही ठंडी और शुष्क हवाएँ प्रदेश में ठिठुरन बढ़ा रही हैं।

दूसरी ओर, दिन का अधिकतम तापमान बढ़कर 30.2 डिग्री दर्ज किया गया, जो सामान्य से अधिक है। दिन में चटख धूप चुभ रही है जबकि रात के समय सर्दी तेज हो रही है। मौसम विशेषज्ञ एच.पी. चंद्रा के अनुसार, “दिन और रात का तापमान फिलहाल स्थिर रह सकता है, लेकिन शीतलहर की वजह से ठिठुरन और बढ़ेगी।”

अलाव से राहत देने में जुटा निगम

ठंड बढ़ने के साथ नगर निगम ने प्रमुख स्थानों पर अलाव जलाने की व्यवस्था तेज कर दी है। अतिक्रमण अधिकारी परमेश्वर कुमार ने बताया कि बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन, जिला अस्पताल और प्रमुख चौकों पर प्रतिदिन रात में अलाव प्रज्वलित किए जा रहे हैं ताकि राहगीरों और असहाय लोगों को राहत मिल सके।

स्कूलों के समय में बदलाव की संभावना

जिले में देर रात और सुबह के समय कोहरा छाने लगा है, जिससे दृश्यता भी प्रभावित हो रही है। प्रशासन ने संकेत दिए हैं कि दिसंबर मध्य से विद्यालयों के समय में बदलाव लागू किया जा सकता है। मौसम विभाग का कहना है कि दिसंबर के अंतिम सप्ताह और जनवरी की शुरुआत में दुर्ग संभाग में कड़ाके की ठंड पड़ने की संभावना है।

डेटा से समझें ठंड का रुझान

पिछले वर्षों के आंकड़ों से साफ है कि दुर्ग का न्यूनतम तापमान अक्सर 5 से 7 डिग्री तक पहुँच चुका है। इस वर्ष भी तापमान उसी स्तर को छूने की ओर बढ़ रहा है, जिससे शीतलहर का प्रभाव और गहरा सकता है।