दुर्ग में बढ़ रहा कोविड का खतरा:जिले में 24 घंटे के अंदर मिले 9 पॉजिटिव मरीज, अलर्ट जारी

छत्तीसगढ़ में कोविड के केस लगातार बढ़ते जा रहे हैं। अकेले दुर्ग जिले में कोरोना के 9 पॉजिटिव मरीज 24 घंटे में मिले हैं। कोरोना मरीजों की लगातार बढ़ती संख्या को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने अलर्ट जारी किया है। पिछले 24 घंटे में 9 नए मरीज मिलने के बाद यहां पॉजिटिव मरीजों की संख्या बढ़कर 20 पहुंच गई है।
दुर्ग जिले और राज्य में बढ़ते कोविड मरीजों को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने सभी अस्पतालों में अलर्ट जारी कर दिया है। राज्य में कोविड की संक्रमण दर 0.78 प्रतिशत हो गई है। वहीं यहां मरीजों की संख्या बढ़कर 66 पार कर गई है। स्वास्थ्य विभाग ने डॉक्टरों को कोविड वार्ड और मरीजों के इलाज के लिए विशेष व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं। कलेक्टर दुर्ग पुष्पेंद्र मीणा ने फिर से ऑक्सीजन प्लांट को सुधारने के साथ ही कोविड मरीजों को भर्ती करने की व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं।
अस्पतालों में डॉक्टर मरीजों को कोविड के प्रति अलर्ट कर रहे हैं। उन्हें कोविड से संबंधित गाइड लाइन का पालन करने के लिए कहा जा रहा है। इसके साथ ही विदेश से आने वाले सभी लोगों की ट्रैवल हिस्ट्री निकाली जा रही है। उनकी जांच कर सैंपल को विशेष जांच के लिए भेजा जा रहा है। राहत की बात यह है कि अभी तक यहां एक भी मरीज कोविड के नए वेरियंट से संक्रमित नहीं मिला है।
दुर्ग जिले में हो चुकी है एक बुजुर्ग महिला की मौत
आपको बता दें कि कुछ दिन पहले ही भिलाई में कोरोना के संक्रमण से एक 81 साल की बुजुर्ग महिला की मौत हो चुकी है। बुजुर्ग को कई तरह की गंभीर बीमारियां थीं। इलाज के दौरान उसने सेक्टर- 9 अस्पताल में दम तोड़ा था। मौत के बाद जब उसका कोविड टेस्ट किया गया, तो रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी।
लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल का ऑक्सीजन प्लांट बंद
कोविड के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ने के चलते कलेक्टर पुष्पेंद्र मीणा ने सभी अस्पतालों के ऑक्सीजन प्लांट को दुरुस्त रखने के निर्देश दिए। उन्हें कोरोना मरीजों के इलाज से जुड़े इक्यूपमेंट को ठीक करने के निर्देश दिए हैं। इन सबके बीच पता चला है कि लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल सुपेला भिलाई में बना ऑक्सीजन प्लांट कई महीनों से बंद पड़ा है। इसके लिए यहां के प्रभारी चिकित्साधिकारी ने सीएमएचओ दुर्ग को पत्र लिखा है। उन्होंने बताया कि अस्पताल का ऑक्सीजन प्लांट (PSA) बंद पड़ा है।