बैठक में निर्णय:टाउनशिप में नए अवैध कब्जों पर नजर रखने बीएसपी ने यूनियनों के साथ बनाई कमेटी

बैठक में निर्णय:टाउनशिप में नए अवैध कब्जों पर नजर रखने बीएसपी ने यूनियनों के साथ बनाई कमेटी

टाउनशिप में नए अवैध कब्जों पर नजर रखने के लिए बीएसपी प्रबंधन ने आफिसर्स एसोसिएशन (ओए) और यूनियन नेताओं के साथ मिलकर कमेटी का गठन किया है। जिसमें प्रत्येक संगठन के दो-दो प्रतिनिधियों के साथ नगर सेवाएं विभाग के अधिकारियों को शामिल किया गया है। कमेटी नए के साथ-साथ पुराने अवैध कब्जों को हटाने में इनफोर्समेंट विभाग की कार्रवाई में योगदान देगा। इस दौरान स्टील सिटी के गठन के मुद्दे पर भी चर्चा की गई।

गुरुवार को सीजीएम टाउनशिप सभागार में सीजीएम टाउनशिप जितेन्द्र यादव सपकाले और सीजीएम पर्सनल संदीप माथुर की मौजदूगी में ओए और यूनियन प्रतिनिधियों की बैठक हुई। जिसमें सेक्टर 9 मंदिर परिसर में अवैध डोम निर्माण का विरोध करने के लिए बनाए गए संयुक्त मोर्चा की बीएसपी प्रबंधन ने प्रशंसा करते हुए उसे आगे जारी रखने का निर्णय लिया।

जिसके बाद कमेटी के गठन को मूर्त रूप दिया गया। कमेटी के सदस्यों का काम रहेगा कि टाउनशिप में नए अवैध कब्जों पर नजर रखे और कब्जा होने की स्थिति में जानकारी इनफोर्समेंट विभाग को दे। विभाग बेदखली की कार्रवाई के लिए समन्वय का काम करेगा। इतना ही नहीं कमेटी पुराने कब्जेधारियों को बेदखली की कार्रवाई में भी योगदान देगा।

प्रबंधन अपना ही नहीं कर्मियों के हितों का भी ध्यान रखे, ऐसे सुझाव दिए गए
इस्पात श्रमिक मंच के महासचिव राजेश अग्रवाल ने बैठक में कहा कि सेक्टर 6 में जितने भी अनफिट बिल्डिंग तोड़े गए उनमें से ज्यादातर में अवैध झोपडिय़ां बन गई है। जिसे तत्काल खाली कराए जाने की जरूरत है। इंटक के महासचिव वंश बहादुर सिंह ने कहा कि कर्मी पहले से ज़रुरत पड़ने पर प्रबंधन के साथ खड़ा रहा है लेकिन बीते कुछ वर्षों से प्रबंधन यूनियनों की डिमांड को तवज्जो नहीं दे रहा। जिससे कर्मियों का यूनियनों पर से भरोसा कम होता जा रहा है। यह स्थिति न तो यूनियनों के लिए ठीक है न ही प्रबंधन के लिए। लिहाजा प्रबंधन को भी कर्मियों की समस्याओं के निराकरण के लिए तत्परता दिखानी चाहिए।

राजनीति दबाव के कारण चौपाटी नहीं करा पाए खाली, अब जल्द निर्णय लेंगे
सिविक सेंटर में अवैध रूप से चल रहे चौपाटी का भी मुद्दा उठा। एक यूनियन नेता ने कहा कि टाउनशिप के महत्वपूर्ण स्थान के बड़े भूभाग में चौपाटी का अवैध रूप से संचालन हो रहा है, वह टीए बिल्डिंग के पास ही है। यहां हर दिन बड़ी मात्रा में कचरा फैला रहता है। चौपाटी वालों से राजस्व नहीं मिल रहा, उल्टा उनका कचरा भी बीएसपी को साफ करना पड़ रहा। जिसमें अलग से मैन पावर लगाना पड़ता है। इस तरह प्रबंधन को दोहरा नुकसान हो रहा है। चौपाटी हटाने को लेकर इनफोर्समेंट विभाग द्वारा कार्रवाई नहीं किए जाने पर भी सवाल उठे, तब विभागीय अधिकारी की ओर से जानकारी दी गई कि राजनीतिक हस्तक्षेप की वजह से कार्रवाई टालनी पड़ी।

यूनियन नेता की डीजीएम के साथ हुई हल्की झड़प
बैठक में इनफोर्समेंट विभाग के डीजीएम केके यादव कब्जेधारियों और उनके खिलाफ कार्रवाई को लेकर अपनी बात रख रहे थे। उसी दौरान लोकतांत्रिक इंजीनियरिंग मजदूर यूनियन के राजेंद्र परगनिहा खड़े होकर इनफोर्समेंट विभाग द्वारा की जा रही कार्रवाई को लेकर पक्षपात का आरोप लगाते हुए कहा कि विभाग चेहरा देखकर कार्रवाई कर रहा है। विभाग केवल छोटे और जिनकी राजनीति पहुंच नहीं है, उनके खिलाफ ही कार्रवाई कर अपनी जिम्मेदारी पूरी कर रहा है।

इनफोर्समेंट विभाग ने से.- 6 में मकान खाली कराया
इधर गुरूवार को भी इनफोर्समेंट विभाग की कार्रवाई जारी रही। इस दिन विभाग ने सेक्टर 6 में सड़क एवीसी, ब्लाक नंबर 4 से 10 में रह रहे अवैध कब्जाधारियों को बेदखल करते हुए मकान खाली कराया। जिसके बाद मकान के खिड़की, दरवाजे निकाल लिए गए। क्योंकि मकान अनफिट केटेगरी का है। इसके बाद टीम के सदस्यों ने बोरिया गेट में फल वालों को समझाइश देते हुए एफआईआर की चेतावनी भी दी है।