बोरिया गेट में भारी वाहन सड़क पर खड़े हो रहे, जाम के साथ हादसे का भी खतरा

भिलाई. बीएसपी में बोरिया गेट के सामने प्रबंधन द्वारा की गई व्यवस्था ध्वस्त हो गई है। भारी वाहन पार्किंग की जगह सड़कों पर खड़े हो रहे हैं। जिसके कारण सड़क पर जाम की स्थिति बन रही है। कर्मचारियों को जान जोखिम में डालकर ड्यूटी जाना पड़ रहा है। इसे लेकर स्टील इम्प्लाइज यूनियन इंटक के सेक्टर-3 स्थित कार्यालय में हुई बैठक में पदाधिकारियों ने चिंता जताई।
सचिव आरिफ मंजर ने कहा कि बोरिया गेट की व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है। ट्रांसपोर्टरों के सामने बीएसपी प्रबंधन असहाय प्रतीत हो रहा है। प्रबंधन द्वारा बोरिया गेट पर इतना पैसा खर्च करने के बाद भी वहां जाम लगा रहता है। कर्मचारियों को अपनी जान जोखिम में डालकर आना जाना पड़ता है। महासचिव वंश बहादुर सिंह ने बताया कि बोरिया गेट पर ट्रकों के कारण हो रही परेशानियों को देखते हुए बीएसपी प्रबंधन के साथ बैठक हुई थी, जिसमें पुलिस की मदद से ट्रैफिक व्यवस्था को दुरुस्त करने प्रबंधन से कहा गया है। यदि प्रबंधन जल्द व्यवस्था दुरुस्त नहीं करता तो कभी भी कर्मचारियों का आक्रोश फूट सकता है। बैठक में वरिष्ठ उपाध्यक्ष संतोष किचलू, उपाध्यक्ष राजाराम पांडेय, शिव शंकर सिंह आदि उपस्थित थे।
टाउनशिप के आवासों में कब्जे बढ़ रहे हैं, 650 वर्गफुट तक का मकान लाइसेंस पर दे प्रबंधन जीआर सुमन ने कहा कि टाउनशिप में कब्जे बढ़ते जा रहे हैं, लेकिन प्रबंधन लाइसेंस स्कीम का दायरा नहीं बढ़ा रहा है। यह प्रबंधन की हठधर्मिता है जबकि इंटक यूनियन अवैध कब्जों के समाधान के रूप में लंबे समय से 650 वर्गफीट तक क्वार्टर को लाइसेंस पर देने की मांग कर रहा है। इस पर महासचिव वंश बहादुर सिंह ने कहा कि इसे लेकर प्रबंधन से लगातार बात चल रही है।
ताम्रध्वज सिन्हा ने कहा कि बीएसपी सबसे अधिक प्रॉफिट देने वाली इकाई है, लेकिन प्रबंधन यहां टाउनशिप के क्वार्टरों का टारफेल्टिंग तक नहीं कर पा रहा है। अभी तक वेज रिवीजन पूरा नहीं हो पा रहा है। इसके अलावा कर्मचारियों ने सुविधाओं में कटौती व अन्य समस्याओं को लेकर बात रखी। प्रबंधन से चर्चा की जाएगी।