भिलाई इस्पात संयंत्र में संविदा कर्मियों को 'सुरक्षा मित्र' सम्मान, सुरक्षा जागरूकता के लिए मिला सराहना
केंद्रीय यांत्रिक संगठन द्वारा उत्कृष्ट सुरक्षा योगदान के लिए 20 से अधिक संविदा कर्मचारी सम्मानित, संयंत्र के उत्पाद रहे पुरस्कार

भिलाई। सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र के केंद्रीय यांत्रिक संगठन द्वारा 'सुरक्षा मित्र' सम्मान समारोह का आयोजन संयंत्र के भवन क्रमांक-2 स्थित सभागार में किया गया। समारोह की अध्यक्षता मुख्य महाप्रबंधक (यांत्रिकी) श्री प्रमोद कुमार ने की।
इस अवसर पर विभिन्न विभागों में कार्यरत 20 से अधिक संविदा कर्मचारियों को सुरक्षा के प्रति उनके उत्कृष्ट योगदान हेतु सम्मानित किया गया। इन कर्मचारियों का चयन संयंत्र के सुरक्षा इंजीनियरिंग विभाग द्वारा निर्धारित मानदंडों के आधार पर किया गया था।
पुरस्कृत कर्मियों में सी.एम.एम. विभाग से श्री अमरजीत सिंह, श्री एम. साजी, श्री वीरेंदर देवांगन, श्री परमेश्वर कुमार, श्री गौकरण, श्री टी.सी. अलेंद्र, श्री भोला राम, श्री जीतेन्द्र, श्री हीरालाल, श्री राकेश कुमार, सी.ई.डी. से श्री अखिलेश, श्री अर्जुन सिंह, श्री महेश, प्लांट गैरेज से श्री लखन लाल साहू, श्री नरोत्तम लाल, ई.डी.डी. से श्री प्रीतम, ई.बी.एस.आई. से श्री ईश्वर, टी एंड टी से श्री पुनीत और यांत्रिकी सेवा से श्री आर. विजय कुमार व सुश्री वहीदा बेगम शामिल हैं।
विजेताओं को भिलाई इस्पात संयंत्र में निर्मित उपयोगी उत्पादों के रूप में पुरस्कार प्रदान किए गए। मुख्य महाप्रबंधक श्री प्रमोद कुमार ने अपने संबोधन में सभी सम्मानित कर्मियों को बधाई दी और कहा कि संयंत्र संचालन में संविदा कर्मियों की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है। उनकी सुरक्षा जागरूकता न केवल स्वयं उनके लिए, बल्कि पूरे कार्यबल के लिए प्रेरणा का स्रोत है। उन्होंने 'शून्य दुर्घटना' के लक्ष्य की पुनः पुष्टि करते हुए कर्मचारियों से सुरक्षित कार्य प्रणालियों को अपनाने का आग्रह किया।
समारोह में महाप्रबंधकगण श्री आशीष घोष, श्री राकेश पांडे, श्री सुनील कुमार, श्री पी. जॉन वर्गीस, श्री जी. श्रीनिवास राव, श्री प्रदीप्ता भौमिक एवं श्री मंदीप सिंह भोगल सहित संयंत्र के कई वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।
कार्यक्रम का आयोजन सहायक महाप्रबंधक (सी.एम.एम.) श्री अनिल कुमार भावे द्वारा और संचालन सहायक महाप्रबंधक श्री के. नीलाधर ने किया। समारोह ने यह स्पष्ट किया कि सुरक्षा सिर्फ एक प्रक्रिया नहीं, बल्कि कार्य संस्कृति का अभिन्न अंग है — और उसमें हर कर्मचारी की भूमिका महत्वपूर्ण है।