भिलाई नगर निगम की आय बढ़ाने की कवायद तेज़, वरिष्ठ अधिकारियों ने दिए व्यावहारिक सुझाव
स्व-विवरणी के आधार पर संपत्ति कर वसूली, अनावश्यक खर्चों पर रोक और डिजिटल सिस्टम के उन्नयन जैसे सुझावों पर हुआ मंथन
भिलाई नगर निगम की आय में वृद्धि के उद्देश्य से आयुक्त राजीव कुमार पांडेय की अध्यक्षता में निगम सभागार में एक अहम बैठक आयोजित की गई। इसमें नगर निगम के सेवानिवृत्त वरिष्ठ अधिकारियों और अनुभवी विशेषज्ञों ने भाग लिया। बैठक में निगम की आर्थिक स्थिति को सुदृढ़ करने के लिए बहुआयामी सुझाव रखे गए, जिनमें स्व-विवरणी प्रणाली को सख्ती से लागू करना, खर्चों में मितव्ययिता और डिजिटल सिस्टम को हाईटेक बनाना प्रमुख रहे।
भिलाईनगर। भिलाई नगर निगम की आय में इज़ाफा करने के लिए निगम प्रशासन ने रणनीतिक पहल की है। निगम सभागार में आयोजित बैठक में आयुक्त राजीव कुमार पांडेय ने सेवानिवृत्त वरिष्ठ अधिकारियों और अनुभवी इंजीनियरों के साथ विचार-विमर्श किया।
बैठक में सर्वसम्मति से सुझाव दिया गया कि पूरे निगम क्षेत्र के आवासों का डिजिटल डाटा बेस तैयार किया जाना चाहिए। इससे संपत्ति कर की स्व-विवरणी के माध्यम से यह सुनिश्चित किया जा सकेगा कि कर वास्तविक निर्मित क्षेत्रफल के आधार पर अदा किया जा रहा है या नहीं।
आयुक्त पांडेय ने जानकारी दी कि गोकुल नगर में भूमि आबंटन के बावजूद कई लोग लीज शर्तों के अनुसार प्रीमियम नहीं दे रहे हैं। ऐसे 57 लोगों को नोटिस जारी किया गया है और गुरुवार से वितरण प्रारंभ होगा।
महत्वपूर्ण सुझावों में शामिल हैं:
- विभागीय खर्चों में कटौती हेतु मितव्ययिता
- सामुदायिक भवनों के लिए किराया दर निर्धारित करना
- प्रगति मार्केट की दुकानों की खुली नीलामी
- तालाबों में मछली पालन से आय सृजन
- लीज नवीनीकरण, बीएसपी व अन्य बड़े बकायादारों से वसूली तेज़ करना
- ऑनलाइन सिस्टम को मजबूत कर GIS आधारित कर निर्धारण
- अवैध गुमटियों पर नियंत्रण और अधिकृत कर्मचारियों से वसूली
- वरिष्ठ अधिकारियों के सुझाव:
- एल.के. पाणिग्रही ने भूमि दस्तावेजीकरण और GIS रिकॉर्डिंग पर ज़ोर दिया
- संजीव व्यवहार ने शासन स्तर पर सक्रिय पहल की बात कही
- अशोक पहाड़िया ने कर प्रणाली में सुधार और अवैध वसूली पर रोक की मांग की
बैठक में इस बात पर विशेष बल दिया गया कि सभी प्रयासों में नागरिकों को असुविधा न हो और नगर पालिक निगम अधिनियम का पालन सुनिश्चित किया जाए। निगम की छवि को सकारात्मक बनाकर लोगों को कर भुगतान के प्रति जागरूक किया जाना चाहिए। बैठक में A.K. प्रियदर्शी, S.C. श्रीवास्तव, नरेंद्र कुमार बंजारे, दीपक जोशी, सुनील जैन, चंद्रभूषण साहू, सुनीता जैन सहित अनेक अधिकारी उपस्थित रहे।