भिलाई में मनाया गया भारतीय मजदूर संघ का 70वां स्थापना दिवस: श्रमिक एकता और राष्ट्रनिर्माण पर बल

संस्थापक दत्तोपंत ठेंगड़ी को श्रद्धांजलि, संगठन के मूल सिद्धांतों 'स्वदेशी, श्रम-सम्मान और राष्ट्रनिर्माण' पर वक्ताओं ने रखे विचार

भिलाई में मनाया गया भारतीय मजदूर संघ का 70वां स्थापना दिवस: श्रमिक एकता और राष्ट्रनिर्माण पर बल

भिलाई इस्पात मजदूर संघ ने भारतीय मजदूर संघ के 70वें स्वर्णिम स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में सेक्टर-6 स्थित कार्यालय में एक भव्य एवं गरिमामय समारोह का आयोजन किया। इस अवसर पर संघ के पदाधिकारी, कार्यकर्ता और श्रमिक साथी बड़ी संख्या में उपस्थित रहे। कार्यक्रम में संगठन के संस्थापक श्रद्धेय दत्तोपंत ठेंगड़ी को श्रद्धांजलि दी गई और संगठन की मूल भावना को दोहराया गया।

भिलाई। भारतीय मजदूर संघ के 70वें स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में भिलाई इस्पात मजदूर संघ द्वारा सेक्टर-6 स्थित कार्यालय में एक सादगीपूर्ण किंतु प्रेरणादायक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस मौके पर बड़ी संख्या में संघ के पदाधिकारी, सदस्य और श्रमिक साथी शामिल हुए।

कार्यक्रम की शुरुआत संघ के संस्थापक श्रद्धेय दत्तोपंत ठेंगड़ी जी, भगवान श्री विश्वकर्मा और भारत माता के तैलचित्र पर माल्यार्पण और पुष्पांजलि अर्पित कर की गई। संघ के महामंत्री श्री चन्ना केशवलू सहित कई वक्ताओं ने दत्तोपंत ठेंगड़ी जी के जीवन, उनके विचारों और संगठन की स्थापना की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि 23 जुलाई 1955 को भोपाल में यह संगठन लोकमान्य तिलक और चंद्रशेखर आजाद की जयंती पर स्थापित हुआ था।

वक्ताओं ने भारतीय मजदूर संघ के मूल सिद्धांतों – स्वदेशी, श्रम-सम्मान और राष्ट्रनिर्माण – को रेखांकित करते हुए श्रमिकों से संगठन की एकता बनाए रखने और श्रमिक हितों की रक्षा के लिए सजग रहने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि यह संगठन केवल श्रमिक हितों तक सीमित नहीं, बल्कि राष्ट्रनिर्माण की दिशा में भी सक्रिय योगदान देता है। कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान और संघ के घोषवाक्य के साथ हुआ।

इस अवसर पर संघ के प्रमुख पदाधिकारी – महामंत्री चन्ना केशवलू, उपाध्यक्ष आई.पी. मिश्रा, डिल्ली राव, शारदा गुप्ता, जगजीत सिंह, मृगेंद्र कुमार, संयुक्त महामंत्री वशिष्ठ वर्मा, प्रदीप पाल, जोगिंदर कुमार, गौरव कुमार, सचिव ए. वेंकट रमैया सहित अन्य सदस्यगण – गंगा राम चौबे, अखिलेश उपाध्याय, पूरन लाल साहू, जॉन आर्थर, राकेश उपाध्याय, वेगी अविनाश, पुरूषोत्तम राव, विवेक सिंह, प्रशांत क्षीर सागर, दिनेश हिरवानी, राजीव सिंह, ईश्वर साहू, रमेश कुशवाह, अरविंद विश्वकर्मा, बीरम राजपूत, मुरारी कुमार, सुरेंद्र गजभिये, संतोष नाले और राजेश वर्मा आदि की उपस्थिति रही।