भिलाई में ससुराल वालों ने युवती को जिंदा जलाने का किया प्रयास, मेकाहारा अस्पताल में जिंदगी और मौत की लड़ाई
3 अप्रैल को भिलाई के शास्त्रीनगर में नीतु कुमारी (35) को जानबूझकर आग लगाई गई
भिलाई। भिलाई के शास्त्रीनगर स्थित कैंप-1 में एक युवती को उसके ससुराल वालों द्वारा आग लगाने का मामला सामने आया है। पीड़िता नीतु कुमारी (35) वर्तमान में रायपुर के मेकाहारा अस्पताल में गंभीर अवस्था में भर्ती हैं, जहां डॉक्टर उनके जीवन को बचाने के लिए प्रयासरत हैं।
घटनाक्रम:
- 30 मार्च को नीतु कुमारी अपने मायके बिहार के नालंदा जिले से भिलाई आई थीं
- 2 अप्रैल को ससुराल पहुंचते ही पति संतोष साव, सास मुन्नी देवी, ससुर गोविंद साव और ननद सपना देवी ने उनकी पिटाई की
- 3 अप्रैल को उन पर ससुराल वालों ने आग लगा दी
- 6 अप्रैल को परिजनों को घटना की जानकारी मिली
परिजनों के आरोप:
पीड़िता के पिता अशोक साव ने बताया कि उनकी बेटी की शादी 2008 में हुई थी और तब से वह दहेज के लिए प्रताड़ित की जा रही थी। उन्होंने आरोप लगाया कि ससुराल वालों ने जानबूझकर घटना की सूचना नहीं दी और उन्हें तब पता चला जब अन्य रिश्तेदारों ने सूचित किया।
पुलिस कार्रवाई:
छावनी थाना प्रभारी ने बताया कि मामले की जांच शुरू कर दी गई है। पीड़िता का बयान दर्ज किया गया है और आरोपियों के खिलाफ IPC की धारा 307 (हत्या का प्रयास) और 498A (दहेज उत्पीड़न) के तहत मामला दर्ज किया गया है। हालांकि अभी तक किसी को गिरफ्तार नहीं किया गया है।
महिला की हालत:
मेकाहारा अस्पताल के डॉक्टरों के अनुसार नीतु कुमारी के शरीर का लगभग 80% हिस्सा जल गया है और उनकी हालत अत्यंत गंभीर बनी हुई है। उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया है।
समाजसेवियों की प्रतिक्रिया:
स्थानीय महिला संगठनों ने इस घटना पर गहरी चिंता जताते हुए तत्काल न्याय की मांग की है। महिला आयोग ने भी मामले में हस्तक्षेप करने की घोषणा की है।
अगले कदम:
- पुलिस द्वारा आरोपियों को गिरफ्तार करने की कार्रवाई
- महिला के नए बयान की रिकॉर्डिंग
- मेडिकल रिपोर्ट का इंतजार
यह मामला एक बार फिर समाज में महिलाओं के प्रति बढ़ती हिंसा और दहेज प्रथा की भयावहता को उजागर करता है। पुलिस प्रशासन से अपेक्षा की जा रही है कि वह त्वरित कार्रवाई कर न्याय सुनिश्चित करे।