मधुमक्खियों के हमले से बचने डबरी में कूदे पिता-पुत्र, पानी में डूबकर दोनों की मौत

बस्तर के छिंदगांव में खेत में काम करते वक्त हुआ हादसा — 4 घंटे की मशक्कत के बाद मिले शव, कई ग्रामीण घायल

मधुमक्खियों के हमले से बचने डबरी में कूदे पिता-पुत्र, पानी में डूबकर दोनों की मौत

बस्तर जिले के करपावंड थाना क्षेत्र में दर्दनाक हादसा हुआ। खेत में काम करते समय मधुमक्खियों के झुंड के हमले से बचने के लिए पिता और पुत्र डबरी में कूद गए, लेकिन बाहर नहीं निकल पाए। चार घंटे की तलाश के बाद दोनों के शव पानी से बाहर निकाले गए। इस घटना में कई ग्रामीण मधुमक्खियों के डंक से घायल हुए हैं।

बस्तर। छत्तीसगढ़ के बस्तर जिले के करपावंड थाना क्षेत्र के छिंदगांव गांव में मंगलवार सुबह दर्दनाक हादसा हो गया। खेत में काम कर रहे ग्रामीणों पर अचानक मधुमक्खियों के झुंड ने हमला कर दिया। जान बचाने की कोशिश में सभी ग्रामीण इधर-उधर भागने लगे। इसी दौरान एक ही परिवार के पिता-पुत्र पानी में कूद गए और डूबकर उनकी मौत हो गई।

मृतकों की पहचान भुवनेश्वर पटेल (60) और उनके बेटे विनोद पटेल (32) के रूप में हुई है। दोनों खेत में काम कर रहे थे, तभी पास के पेड़ से मधुमक्खियों का झुंड अचानक उन पर टूट पड़ा। आसपास के लोग जैसे-तैसे भागकर बचे, लेकिन पिता-पुत्र जान बचाने के लिए गांव में बनी डबरी (छोटे तालाब) में कूद गए।

गांव के अन्य ग्रामीण जब वहां पहुंचे तो दोनों लापता थे। इसकी सूचना तुरंत पुलिस को दी गई। ग्रामीणों और पुलिस की मदद से पानी में तलाश शुरू की गई। करीब तीन से चार घंटे की मशक्कत के बाद दोनों के शव पानी से बाहर निकाले गए। मृतकों के शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए अस्पताल भेजा गया और फिर परिजनों को सौंप दिया गया। करपावंड पुलिस ने मामले में मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी है।

स्थानीय लोगों ने बताया कि जिस जगह यह घटना हुई, वहां मधुमक्खियों का छत्ता पेड़ पर बना हुआ था। हल चलाते वक्त या किसी हलचल से झुंड उड़ गया और काम कर रहे मजदूरों पर टूट पड़ा। अचानक हुए हमले से चार से पांच ग्रामीण भी घायल हुए हैं, जिनका प्राथमिक उपचार गांव में किया गया। यह घटना पूरे इलाके में चर्चा का विषय बन गई है। ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि खेतों के आसपास बने ऐसे मधुमक्खियों के छत्तों को हटाने की व्यवस्था की जाए ताकि भविष्य में ऐसी दुर्घटनाएं दोबारा न हों।