मोंगरा जलाशय से छोड़ा गया 15 हजार क्यूसेक पानी, शिवनाथ का जलस्तर बढ़ा
लगातार बारिश के कारण बढ़ी जलभराव की स्थिति, एहतियातन महमरा एनीकट के गेट खोले गए, फिलहाल खतरे की स्थिति नहीं

दुर्ग जिले में लगातार हो रही बारिश के चलते मोंगरा जलाशय का जलस्तर तेजी से बढ़ा है। जलसंग्रहण क्षेत्र में अधिक बारिश के कारण जलाशय से 15 हजार क्यूसेक पानी शिवनाथ नदी में छोड़ा गया है। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए प्रशासन अलर्ट मोड पर है, हालांकि अधिकारियों के अनुसार अभी कोई खतरे की स्थिति नहीं बनी है।
दुर्ग। जिले में लगातार हो रही मूसलधार बारिश के बीच राजनांदगांव स्थित मोंगरा जलाशय से सोमवार को शिवनाथ नदी में 15 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया। बीते दो दिनों से जिले में लगातार झड़ी लगी हुई है, जिससे मोंगरा जलाशय के कैचमेंट एरिया में भी जलस्तर तेजी से बढ़ा। शुरुआत में सुबह 2 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया, जिसे दोपहर तक बढ़ाकर 7 हजार और फिर देर शाम 15 हजार क्यूसेक कर दिया गया।
जल संसाधन विभाग ने एहतियातन शिवनाथ नदी पर स्थित महमरा एनीकट के चार गेट खोल दिए हैं। हालांकि अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि कोनारी, भरदा और रूदा एनीकट पूरी तरह से खाली हैं, जिससे फिलहाल किसी खतरे की संभावना नहीं है।
बारिश के आँकड़ों पर नजर डालें तो जिले में अब तक औसतन 144.7 मिलीमीटर वर्षा हो चुकी है। पाटन तहसील में सर्वाधिक 271.7 मिमी बारिश दर्ज की गई, जबकि सबसे कम 84.7 मिमी वर्षा धमधा तहसील में हुई। सोमवार को दुर्ग, पाटन और अहिवारा में जमकर बारिश हुई। दुर्ग में 32.6 मिमी, पाटन में 35.0 मिमी और अहिवारा में 36.8 मिमी वर्षा दर्ज की गई। इसके अतिरिक्त बोरी में 16 मिमी, भिलाई-3 में 12.4 मिमी और धमधा में 8.3 मिमी वर्षा रिकॉर्ड की गई। प्रशासन ने आमजन से अपील की है कि नदी किनारे के क्षेत्रों में सतर्कता बरतें और अफवाहों से बचें। स्थिति पर लगातार नजर रखी जा रही है।