वेतन नहीं मिलने से आंदोलन की तैयारी में कर्मचारी:भिलाई निगम के कर्मियों को दो महीने से नहीं मिला वेतन, सीएम हाउस घेरने की चेतावनी

भिलाई भिलाई नगर निगम में वेतन विसंगति को लेकर कर्मचारियों में काफी रोष है। इस बार भी दो महीने का वेतन लंबित होने के बाद सिर्फ नवंबर माह का वेतन दिया गया है। इससे नाराज कर्मचारी अब बड़े आंदोलन की तैयारी कर रहे हैं। आंदोलन में अधिक से अधिक निगम कर्मचारी शामिल हों इसके लिए कर्मचारी नेता उन्हें एकजुट करने का काम कर रहे हैं। शुक्रवार को जोन 1 के बाद सोमवार को जोन 2 में जाकर कर्मचारी नेताओं ने विरोध प्रदर्शन और आंदोलन में हिस्सा लेने की मांग की।
नगरीय निकाय छत्तीसगढ़ कर्मचारी कांग्रेस के संयोजक संजय शर्मा ने बताया कि निगम के इतिहास में ऐसा कभी नहीं हुआ कि कर्मचारियों को वेतन को लेकर दिक्कत हुई हो। वेतन मिलने में कुछ दिन का विलंब जरूर हुआ होगा, लेकिन पिछले कुछ महीनों से ऐसा पहली बार हो रहा है कि निगम कर्मचारियों का वेतन नहीं दे पा रहा है।
सरकार निगम के सभी आय के साधन को खत्म कर रही है। इससे निगम कंगाल होता जा रहा है। इसके चलते दिवाली में तीन माह का वेतन बड़ी मुश्किल से दिया गया। उसके बाद से लगातार वेतन एक माह देरी से मिल रहा है। निगम कमिश्नर का कहना है कि वेतन को लेकर वो ऊपर दबाव बनाएंगे। संजय शर्मा का कहना है कि वो लोग हर जोन में जाकर कर्मचारियों को एकत्र कर रहे हैं। ऐसा करके बड़ी रैली की तैयारी की जाएगी।
कमिश्नर ने खड़ा किया सवाल, क्यों नहीं दिखते सभी कर्मचारी
संजय शर्मा सोमवार को जोन 2 कार्यालय अपने पदाधिकारी हेमंत कुमार मांझी, सागर दुबे, शशांक सिंह, अतुल यादव, व विष्णु पटेल के साथ पहुंचे। उन्होंने वहां के कर्मचारियों से कहा कि हड़ताल केवल मेन ऑफिस की नहीं होती। वो पूरे निगम के कर्मचारियों के हित को लेकर होती है। इसलिए अधिक से अधिक संख्या में लोग वहां पहुंचे। उन्होंने बताया कि निगम कमिश्नर ने उनसे पूछा कि आप लोगों की स्ट्रेंथ कितनी है। संजय शर्मा ने कहा लगभग 950 की। इस पर कमिश्नर ने कहा हड़ताल के समय केवल 100-150 कर्मचारी ही क्यों दिखते हैं। इसलिए उन्होंने कहा कि आगे से जो भी हड़ताल हो वो पूरी ताकत के साथ की जाए।
मुख्यमंत्री निवास का करेंगे घेराव
संजय शर्मा ने कहा कि निगम उन्हें समय पर वेतन नहीं दे पा रहा है। इससे उन्हें परिवार चलाने में परेशानी हो रही है। वो लोग मुख्यमंत्री के सामने अपनी मांग को रखेंगे। इसके लिए बड़ी रैली की तैयारी की जा रही है। उन्होंने कहा कि अगर वेतन की स्थिति ऐसी ही रही तो 26 जनवरी के बाद दिन निर्धारित करके निगम के सभी कर्माचारी रैली के रूप में रायपुर जाएंगे। मुख्यमंत्री निवास का घेराव करेंगे और उनसे मुलाकात करके अपनी मांग को रखेंगे।