हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी में मिला लावारिस नवजात शिशु:स्वास्थ्य विभाग की टीम ने किया रेस्क्यू, एनआईसीयू में भर्ती

दुर्ग जिले के भिलाई-3 थाना अंतर्गत उमदा हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी में एक नवजात शिशु लावारिस हालत में मिला। बच्चे की रोने की आवाज सुनकर वहां रह रहा सेन परिवार मौके पर पहुंचा। उन्होंने बच्चे को वहां से उठाया। बच्चे के नाल से जुड़े होने की सूचना पुलिस को दी गई। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने मौके पर जाकर बच्चे का रेस्क्यू किया। उसे इलाज के लिए एनआईसीयू में रखा गया है।
भिलाई- 3 पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक, उन्हें बुधवार को सूचना मिली थी कि उमदा हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी के पास स्थित दुर्गा मंच पर एक नवजात शिशु (बालक) लावारिस हालत में पड़ा है। शिशु के साथ गर्भनाल भी जुड़ी हुई है। इससे साफ है कि किसी ने बच्चे को कुछ समय पहले ही जन्म दिया और फिर उसे इस तरह छोड़कर भाग गई। दुर्गा मंच के पास रहने वाले नरेश सेन की बेटी आरुषि ने बताया कि वो सुबह घर के बाहर बाथरूम जाने के लिए उठी थी, तभी उसे बच्चे के रोने की आवाज सुनाई दी। आरुषि ने दुर्गा मंच की ओर जाकर देखा, तो वहां नवजात शिशु रो रहा था। इसकी जानकारी उसने अपने माता-पिता को दी। आरुषि की मां ने बच्चे को वहां से उठाया और अपने साथ लेकर घर के पास लेकर आई। इसके बाद आरुषि के पिता नरेश सेन ने डायल 112 को कॉल कर मामले की सूचना दी। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची। इसके बाद पुलिस ने स्वास्थ्य विभाग को सूचित किया। इसके बाद वहां संजीवनी 108 की टीम पहुंची।
108 की टीम ने बच्चे को अपने कब्जे में लिया और उसे लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल सुपेला लेकर पहुंची। यहां बच्चे की हालत गंभीर होने पर उसे जिला अस्पताल दुर्ग भेजा गया। वहां उसका इलाज एनआईसीयू में किया जा रहा है।
भिलाई तीन थाने के टीआई मनीष शर्मा ने बताया कि सूचना मिलने के बाद उन्होंने बच्चे को इलाज के लिए भेज दिया है। नवजात को जन्म देने वाली मां का पता लगाने के लिए पुलिस टीम गठित की गई है। पुलिस की टीम उसके परिजनों का पता लगा रही है। पुलिस इसके लिए उमदा हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी और इसके आसपास रहने वालों से पूछताछ कर रही है।
उमदा नाले के पास मिला था 5 माह का भ्रूण
हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी से कुछ दूरी पर उमदा नाले के पास कुछ समय पहले 30 अक्टूबर 2023 को 5 माह का भ्रूण मिला था। पीएम आवास निवासी दुर्गा सेन ने इसकी जानकारी भिलाई तीन पुलिस को दी थी। इसके बाद पुलिस ने धारा 318 के तहत अपराध दर्ज कर मामले की जांच शुरू की थी। पुलिस ने भ्रूण को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा था। पुलिस आज तक इस मामले में कुछ भी पता नहीं लगा पाई है।