10463 स्कूलों की बंदी के खिलाफ कांग्रेस का शिक्षा विभाग पर हल्ला बोल, दुर्ग में जोरदार प्रदर्शन

स्कूलों के युक्तियुक्तकरण के फैसले को बताया तानाशाही
कांग्रेस नेताओं ने कहा- यह फैसला गरीबों और छात्रों के भविष्य के खिलाफ
शराब दुकानें खोलने वाली सरकार शिक्षा के मंदिर कर रही बंद
छत्तीसगढ़ में भाजपा सरकार द्वारा 10463 शासकीय स्कूलों को "युक्तियुक्तकरण" के नाम पर बंद करने के फैसले के खिलाफ कांग्रेस ने दुर्ग में मोर्चा खोल दिया। जिले की तीनों कांग्रेस इकाइयों के संयुक्त नेतृत्व में हजारों कार्यकर्ताओं ने पुराने बस स्टैंड से लेकर शिक्षा विभाग कार्यालय तक मार्च निकालते हुए जोरदार प्रदर्शन किया और सरकार से स्कूल बंदी का फैसला तुरंत वापस लेने की मांग की।
दुर्ग। छत्तीसगढ़ में स्कूलों को "युक्तियुक्तकरण" के नाम पर बंद करने के निर्णय के विरोध में कांग्रेस ने दुर्ग में व्यापक प्रदर्शन किया। दुर्ग ग्रामीण कांग्रेस अध्यक्ष राकेश ठाकुर, दुर्ग शहर अध्यक्ष गया पटेल और भिलाई शहर कांग्रेस अध्यक्ष मुकेश चंद्राकर के नेतृत्व में यह प्रदर्शन पुराने बस स्टैंड से आरंभ होकर पटेल चौक, गांधी प्रतिमा होते हुए जिला शिक्षा कार्यालय तक पहुंचा।
इस दौरान वरिष्ठ नेता एवं पूर्व विधायक अरुण वोरा, प्रदेश महामंत्री राजेंद्र साहू, महापौर निर्मल कोसरे, महापौर शशि सिन्हा, पूर्व महापौर आर. एन. वर्मा, धीरज बाकलीवाल समेत बड़ी संख्या में पार्टी कार्यकर्ता मौजूद रहे। प्रदर्शनकारियों ने प्रशासन की दो लेयर बैरिकेडिंग तोड़ते हुए शिक्षा विभाग के मुख्य द्वार पर नारेबाजी करते हुए विरोध दर्ज कराया और ज्ञापन सौंपा।
राकेश ठाकुर ने कहा कि यह फैसला गरीबों की शिक्षा और हजारों शिक्षकों के रोजगार पर सीधा हमला है। करीब 45000 से अधिक शिक्षक, रसोइये, चपरासी, महिला सहायता समूहों के लोग बेरोजगार हो जाएंगे। साथ ही गरीब पालकों को जबरन निजी स्कूलों में भेजने से 450 करोड़ रुपए का अतिरिक्त आर्थिक बोझ भी पड़ेगा।
पूर्व विधायक अरुण वोरा ने कहा कि यह नीति सीधे तौर पर निजी स्कूलों को बढ़ावा देने वाली है और इससे अनुसूचित क्षेत्रों के विद्यार्थियों का भविष्य अंधकारमय होगा। उन्होंने कहा कि सरकार स्कूल बंद करने के साथ-साथ नशे को बढ़ावा देने शराब दुकानें खोल रही है, जो युवाओं को अंधेरे में धकेलने का प्रयास है।
प्रदेश महामंत्री राजेंद्र साहू ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार कांग्रेस द्वारा लागू शिक्षा के अधिकार अधिनियम 2009 को कमजोर करने की साजिश कर रही है। भूपेश बघेल सरकार द्वारा शुरू किए गए आत्मानंद स्कूलों की अनदेखी की जा रही है और उनमें शिक्षकों की भारी कमी है।
भिलाई शहर कांग्रेस अध्यक्ष मुकेश चंद्राकर ने भी स्कूल बंदी और नशे के विस्तार को युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ बताया।
दुर्ग शहर अध्यक्ष गया पटेल ने सरकार से मांग की कि यह तानाशाही निर्णय तुरंत वापस लिया जाए और प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था में सुधार किया जाए।
प्रदर्शन में शामिल प्रमुख नेताओं और कार्यकर्ताओं में अश्वनी साहू, राजीव गुप्ता, अलताफ अहमद, संजय कोहले, दीपक साहू, सीजी एंथनी, नासिर खोखर, सुमित वोरा, हाजी इस्माइल, विकास यादव, रामप्यारी वर्मा, युवराज वैष्णव, विक्रांत अग्रवाल, रज्जाक खान, योगिता चंद्राकर, निकिता मिलिंद सहित भारी संख्या में कांग्रेसजन शामिल रहे।