5 साल की बच्ची से गैंगरेप का दावा:वो दर्द में हैं,वॉशरूम तक नहीं जा पा रही- ये कहते हुए BJP विधायक हुईं भावुक
रायपुर लौटकर विधायक रंजना साहू ने कहा है कि वहां बच्ची के साथ रेप नहीं बल्कि गैंगरेप हुआ है। रंजना साहू ने बताया कि हमने हॉस्टल की बच्चियों से बात की तो पता चला रात के वक्त वहां पुरुषों का आना जाना लगा रहता था।

सुकमा में 5 साल की बच्ची से रेप मामले में भारतीय जनता पार्टी ने नया दावा किया है। भाजपा की महिला विधायक रंजना साहू के नेतृत्व में बनाए गए जांच दल ने घटनास्थल का मुआयना किया। बच्चियों से बातचीत की। रायपुर लौटकर विधायक रंजना साहू ने कहा है कि वहां बच्ची के साथ रेप नहीं बल्कि गैंगरेप हुआ है। रंजना साहू ने बताया कि हमने हॉस्टल की बच्चियों से बात की तो पता चला रात के वक्त वहां पुरुषों का आना जाना लगा रहता था।
बच्ची की जो हालत है, हमें लगता है कि इस वजह यह गैंगरेप का मामला हो सकता है। इसकी नए सिरे से जांच होनी चाहिए। दूसरी तरफ गुरुवार को ही सुकमा की पुलिस ने एक शख्स को गिरफ्तार किया है। यह हॉस्टल की ही महिला चपरासी का पति है। एक शख्स की गिरफ्तारी को भाजपा के जांच दल ने सिर्फ खानापूर्ति की कार्रवाई बताया है। रंजना साहू ने रायपुर के भाजपा कार्यालय एकात्म परिसर में मीडिया से चर्चा करते हुए कहा- वहां जो हालात है उसे देखकर रोंगटे खड़े हो जाते हैं। जहां घटना हुई वहां से 2 किलोमीटर दूर सरकार के मंत्री उद्घाटन का फीता काट रहे थे। बच्ची या उसके परिवार के पास हालचाल लेने कोई नहीं गया। वह बच्ची दर्द में है, वॉशरूम तक नहीं जा पा रही। (यह बताते हुए विधायक रंजना का गला भर आया वह कुछ सेकंड रुक गईं) रंजना साहू ने आगे कहा कि वहां इतनी दरिंदगी हुई है, बच्ची का जो हाल है मैं बोल नहीं सकती।
भाजपा के जांच दल ने यह भी पाया
- भाजपा के जांच दल में विधायक रंजना के अलावा पूर्व मंत्री लता उसेंडी, महिला मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष शालिनी राजपूत भी थीं। जांच दल के मुताबिक पहले से ही प्लानिंग थी कि जांच दल हॉस्टल के भीतर ना जा पाए, बच्चियों से बात करने नहीं दिया जा रहा था। बवाल के बाद जैसे तैसे बच्चियों से महिलाओं ने अकेले में बात की।
- आदिवासी बच्चियों के हॉस्टल में बाहरी पुरुषों का आना जाना था, इस पर किसी की निगरानी नहीं होती थी।
- पूरे हॉस्टल में कैमरा नहीं है। कोविड-19 के समय से हॉस्टल में कैमरे लगाने की मांग कलेक्टर से की गई थी, मगर अब तक कोई कैमरा नहीं लगाया गया और यह घटना हुई।
- छोटे कमरे में 50 बच्चियों को भर दिया जाता है। रात में उनके साथ एक महिला टीचर के सोने की जिम्मेदारी होती है, मगर बच्चियों को अकेला छोड़ दिया जाता है। उनके साथ कोई महिला टीचर नहीं होती।
- अब रेप की घटना सामने आने के बाद 30 माता-पिता ने अपनी बच्चियों को वहां से निकाल लिया, पूरे मामले को दबाने का पूरा प्रयास किया गया।
- महिला होमगार्ड की तैनाती होनी चाहिए वहां कोई भी महिला गार्ड नहीं है रात में किसी भी महिला की ड्यूटी नहीं होती है।
कांग्रेस ने किया पलटवार
बीजेपी विधायक के बयान पर कांग्रेस संचार प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने बीजेपी पर निम्न स्तरीय राजनीति करने का आरोप लगाया है। मणिपुर की घटना से ध्यान भटकाने के लिए छत्तीसगढ़ में घृणित राजनीति की जा रही है। मासूम के साथ हुई घटना के आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है। आश्रम अधीक्षिका पर भी पास्को एक्ट के तहत कार्रवाई की गई है। रमन सरकार में झलिया मारी कांड जैसे कई बड़ी घटनाएं हुईं थी। जिस पर कांग्रेस के आंदोलन के बाद FIR दर्ज हुई थी।
अब इस केस में पुलिस क्या कर रही
पुलिस ने मोबाइल लोकेशन के आधार पर 50 लोगों को पकड़ा। बच्ची ने इनमें से एक आरोपी को पहचान लिया। जिसके बाद उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। आरोपी पोटाकेबिन में पदस्थ एक प्यून का पति है। पोटाकेबिन की अधीक्षिका के खिलाफ भी मामला दर्ज कर लिया गया है। फिलहाल पुलिस की ओर से गैंगरेप का कोई तथ्य सामने नहीं आया है।