गांजा तस्कर और ठगों को संरक्षण का आरोप, DSP क्राइम हटाए गए
SI लाइन अटैच, दो प्रधान आरक्षक सस्पेंड – पुलिस महकमे में हड़कंप

दुर्ग, 13 मार्च 2025 । दुर्ग जिले में पुलिस अधिकारियों की कार्यशैली पर उठे सवालों के बाद पुलिस विभाग में बड़ी प्रशासनिक सर्जरी की गई है। गांजा तस्करों और धोखाधड़ी के आरोपी को संरक्षण देने के गंभीर आरोपों के चलते डीएसपी क्राइम हेम प्रकाश नायक को उनके पद से हटाकर एसपी कार्यालय में पदस्थ किया गया है, वहीं वैशाली नगर थाने के एसआई उदय शंकर झा को लाइन अटैच कर दिया गया है। दुर्ग रेंज के आईजी राम गोपाल गर्ग के निर्देश पर यह कार्रवाई की गई है। साथ ही ANTF और ACCU इकाइयों के प्रभार अन्य अधिकारियों को सौंप दिए गए हैं।
रिश्वत के आरोप में एक्शन, ANTF व ACCU को मिला नया नेतृत्व
सूत्रों के अनुसार, कुछ दिन पहले कुम्हारी थाना क्षेत्र में 35.9 किलो गांजा के साथ तीन तस्करों की गिरफ्तारी हुई थी। कार्रवाई के बाद यह केस क्राइम डीएसपी और उनकी टीम को सौंपा गया, लेकिन आरोप लगे कि टीम ने आरोपियों को लाभ पहुंचाने के लिए 5 लाख रुपये की घूस ली।
जैसे ही यह शिकायत आईजी और एसपी तक पहुंची, तत्काल प्रभाव से ACCU के प्रधान आरक्षक शागीर अहमद खान और अजय गहलोत को निलंबित कर दिया गया, और जांच के आदेश दे दिए गए। इसके बाद डीएसपी हेम प्रकाश नायक को हटाकर पुलिस अधीक्षक कार्यालय भेजा गया, जहां वे अब सामान्य अपराध से संबंधित कार्य देखेंगे। ANTF का प्रभार डीएसपी हरीश पाटिल को तथा ACCU का प्रभार डीएसपी अजय सिंह को सौंपा गया है।
ठगी के आरोपी पार्षद को संरक्षण देने का आरोप, SI भी रडार पर
वहीं दूसरी ओर, वैशाली नगर थाने में पदस्थ SI उदय शंकर झा को भी गंभीर आरोपों के चलते लाइन अटैच किया गया है। बीजेपी नेता व पार्षद संतोष नाथ उर्फ जलंधर, जो जमीन घोटाले का आरोपी है, उसकी गिरफ्तारी में सहयोग न करने और सूचना लीक करने के आरोप में SI पर कार्रवाई हुई है।
पुलिस जांच में सामने आया है कि SI झा के आरोपी पार्षद से घनिष्ठ संबंध थे और उसने थाने की कार्रवाई की सूचना पहले ही आरोपी तक पहुंचा दी थी, जिससे वह गिरफ्तारी से बच निकला और अग्रिम जमानत ले सका। अब SI झा की कॉल डिटेल की जांच की जा रही है और अगर आरोप सिद्ध हुए तो आगे और कड़ी विभागीय कार्रवाई तय है।