गुंडिचा मंडप में संजीवनी बनी नृत्यांजलि, ओड़ीसी और भरतनाट्यम की अद्भुत छटा

नृत्य प्रस्तुति से झूम उठा दर्शक वर्ग, उभरती कलाकारों को किया गया सम्मानित; कल निकलेगी महाप्रभु जगन्नाथ की बाहुड़ा यात्रा

गुंडिचा मंडप में संजीवनी बनी नृत्यांजलि, ओड़ीसी और भरतनाट्यम की अद्भुत छटा

भिलाई में श्री जगन्नाथ समिति द्वारा आयोजित भव्य नृत्यांजलि कार्यक्रम में ओड़ीसी और भरतनाट्यम की विलक्षण प्रस्तुतियों ने माहौल को भक्तिमय और सांस्कृतिक ऊर्जा से भर दिया। कार्यक्रम में कलाकारों की भावपूर्ण मुद्राओं और शास्त्रीय लय की छटा ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।

भिलाई. भिलाई के सेक्टर-10 स्थित भव्य गुंडिचा मंडप में श्री जगन्नाथ समिति, सेक्टर-4 के तत्वावधान में रंगारंग नृत्यांजलि कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में दो प्रमुख नृत्य समूहों — "मधुस्मिता दास ओड़ीसी ग्रुप" और "आकांक्षा भरतनाट्यम ग्रुप" — ने मंच पर अपनी लाजवाब प्रस्तुतियों से ऐसा समां बांधा कि दर्शक अपनी सीटों से खड़े होकर तालियों की गूंज से वातावरण को जीवंत कर उठे।

ओड़ीसी नृत्यांगनाओं ने अपनी सजीव मुद्राओं, भाव-भंगिमाओं और शास्त्रीय सौंदर्य से दर्शकों का मन मोह लिया, वहीं भरतनाट्यम की लयबद्ध गति और भाव-संप्रेषण ने दर्शकों को बार-बार तालियां बजाने पर मजबूर कर दिया।

इस मौके पर सेफी चेयरमैन एवं ऑफिसर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष श्री नरेंद्र कुमार बंछोर मुख्य अतिथि और समिति के महासचिव श्री सत्यवान नायक विशेष अतिथि के रूप में मंच पर उपस्थित रहे। अतिथियों द्वारा सभी प्रतिभागी कलाकारों को प्रशस्ति पत्र और स्मृति चिह्न भेंट कर सम्मानित किया गया।

श्री बंछोर ने अपने प्रेरणादायी वक्तव्य में कहा, "श्री जगन्नाथ समिति द्वारा किया गया यह आयोजन भिलाई की संस्कृति को जीवंत बनाए रखने वाला एक प्रेरणादायक प्रयास है।" उन्होंने कहा कि यह मंच उभरती प्रतिभाओं को निखारने का सशक्त माध्यम बन रहा है और भिलाई की कला संस्कृति का उज्ज्वल भविष्य सुनिश्चित कर रहा है।

कल निकलेगी महाप्रभु की बाहुड़ा यात्रा:
दिनांक 5 जुलाई (शनिवार) को दोपहर 2 बजे, महाप्रभु श्री जगन्नाथ स्वामी की बाहुड़ा रथयात्रा (घर वापसी यात्रा) श्री गुंडिचा मंडप, सेक्टर-10 से निकलकर श्री जगन्नाथ मंदिर, सेक्टर-4 तक पहुंचेगी। इस पावन अवसर पर उद्योगपति एवं समाजसेवी श्री संजय मिश्रा छेरा-पंहरा (रथ की सफाई) अनुष्ठान संपन्न करेंगे।

आयोजन की सफलता के सूत्रधार: इस आयोजन को सफल बनाने में समिति के अध्यक्ष श्री वीरेन्द्र सतपथी एवं महासचिव सत्यवान नायक के साथ-साथ कई समर्पित पदाधिकारियों और स्वयंसेवकों ने अहम भूमिका निभाई, जिनमें त्रिनाथ साहू, भीम स्वाईं, अनाम नाहक, डी. त्रिनाथ, बसंत प्रधान, बी.सी. बिस्वाल, वृंदावन स्वाईं, प्रकाश दास, कालू बेहरा, सुभाष पात्रो सहित अन्य शामिल थे। पूरे आयोजन में श्रद्धालुओं की बड़ी भागीदारी रही और भक्ति व सांस्कृतिक उत्साह की अनूठी झलक देखने को मिली।