घोषित हुए राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कारों में एक पुरस्कार Endangered  Heritage Warli Art को भी मिला, BEST promotional डॉक्युमेंटरी फ़िल्म का पुरस्कार

घोषित हुए राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कारों में एक पुरस्कार Endangered  Heritage Warli Art को भी मिला, BEST promotional डॉक्युमेंटरी फ़िल्म का पुरस्कार

महाराष्ट्र में एक जनजाति है वारली, जो दहाणु और ज्वाहार के आसपास के इलाक़ों में रहती है. ये लोग शादी ब्याह के मौक़े पर अपने घर की दीवारों को गेरू से लीप कर चावल के आटे से चित्र बनाते हैं . इन्हीं चित्रों पर आधारित है ये फ़िल्म.  इसके निर्माता, निर्देशक, लेखक और संपादक हेमंत वर्मा हैं. हेमंत वर्मा हरियाणा के भिवानी शहर के रहने वाले हैं और पिछले 35 वर्षों से मुंबई में स्थापित हैं. 


        इस फ़िल्म के बारे में हेमंत बताते हैं कि इस फ़िल्म की शूटिंग के लिए उन्हें दो साल का समय लगा था और उसके बाद पोस्ट प्रोडक्शन. क़रीब तीन साल की मेहनत के बाद ये फ़िल्म बनकर तैयार हुई थी. सबसे पहले इस फ़िल्म का प्रदर्शन चंडीगढ़ ललित कला अकादमी द्वारा करवाया गया था और उसके बाद फ़िल्म डिवीज़न के मुंबई इंटरनेशनल फ़िल्म फेस्टिवल में इसका अंतरराष्ट्रीय श्रेणी में इसी चयन हुआ था.  अपनी फ़िल्म को पुरस्कार मिलने पर हेमंत वर्मा बहुत उत्साहित हैं, उनका कहना है कि जब किसी को अपनी मेहनत और अच्छे काम का फल मिलता है और अगर ये प्रतिसाद राष्ट्रीय पुरस्कार के रूप में हो तो काम करने की हिम्मत कई गुना हो जाती है. हेमंत वर्मा इस समय हमारी लुप्त हो रही लोक कलाओं को लेकर एक प्रोजेक्ट कर रहे हैं. इनकी ये फ़िल्म भी उसी प्रोजेक्ट का हिस्सा है. अपने उसी प्रोजेक्ट के तहत जल्द ही ये राजस्थान की फड़ कला पर अपनी डाक्यूमेंट्री फ़िल्म की शूटिंग आरंभ करने जा रहे हैं. विशेष बात ये है कि इस प्रोजेक्ट को ये आर्थिक रूप से स्वयं वहन कर रहे हैं. इनका काम देख कर आपको समझ आ जाएगा की लोक कलाओं के प्रति इनका जुनून किस कदर है.