छत्तीसगढ़ की संस्कृति का जीवंत चित्र है अखाड़ा – विधायक गजेन्द्र यादव
नागपंचमी के मौके पर नयापारा में भव्य अखाड़ा आयोजन, पारंपरिक युद्ध कौशलों ने बांधा समा, विधायक गजेन्द्र यादव ने लोक संस्कृति को बताया प्रेरणास्रोत

नागपंचमी के पावन अवसर पर जय बल भीम समिति, नयापारा द्वारा आयोजित अखाड़ा कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ की लोक संस्कृति, परंपरा और साहस का अनूठा संगम देखने को मिला। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि विधायक गजेन्द्र यादव ने कहा कि अखाड़ा मात्र एक खेल नहीं, बल्कि यह छत्तीसगढ़ की संस्कृति की आत्मा है, जो युवाओं को अनुशासन और आत्मबल की प्रेरणा देता है।
दुर्ग। जय बल भीम समिति द्वारा नागपंचमी के शुभ अवसर पर नयापारा चौक में भव्य अखाड़ा उत्सव का आयोजन किया गया। इस मौके पर दुर्ग शहर विधायक गजेन्द्र यादव मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। उन्होंने कहा कि अखाड़ा केवल एक शारीरिक प्रदर्शन नहीं, बल्कि छत्तीसगढ़ की गौरवशाली परंपरा, वीरता और सांस्कृतिक विरासत का प्रतीक है।
कार्यक्रम के दौरान प्रतिभाशाली कलाकारों ने पारंपरिक युद्ध कौशल, शारीरिक करतब और हैरतअंगेज प्रदर्शनों से दर्शकों को रोमांचित कर दिया। तालियों की गूंज और दर्शकों की भीड़ ने आयोजन को जीवंत बना दिया। उपस्थित जनसमूह ने मोबाइल कैमरों में हर प्रदर्शन को कैद करने की होड़ लगाई।
विधायक यादव ने आयोजकों की सराहना करते हुए कहा कि इस तरह के आयोजन न केवल मनोरंजन का माध्यम हैं, बल्कि लोक संस्कृति के संरक्षण की दिशा में महत्वपूर्ण कदम हैं। उन्होंने इस परंपरा को हर वर्ष बनाए रखने का आह्वान किया ताकि युवा पीढ़ी प्रेरित हो और छत्तीसगढ़ी विरासत सजीव बनी रहे।
इस अवसर पर पार्षद मनीष साहू, गोविन्द देवांगन, मंडल अध्यक्ष कमलेश फेकर, रामसिंह ठाकुर सहित बड़ी संख्या में क्षेत्रवासी मौजूद थे और कलाकारों का उत्साहवर्धन किया।