जमीन के सरकारी रेट बढ़ोतरी पर भड़के कारोबारी: चरोदा–भिलाई-3 में कांग्रेस–भाजपा कार्यकर्ता एक मंच प
स्टांप ड्यूटी और गाइडलाइन रेट बढ़ाए जाने का प्रदेशभर में विरोध; कामकाज बंद कर तहसील तक विरोध मार्च, CM के नाम ज्ञापन
जमीन के सरकारी रेट और स्टांप ड्यूटी में अप्रत्याशित बढ़ोतरी के खिलाफ प्रदेशभर में जमीन कारोबारी लामबंद हैं। इसी कड़ी में चरोदा–भिलाई-3 क्षेत्र के कारोबारियों ने शुक्रवार को सभी कार्य बंद रखकर जोरदार प्रदर्शन किया, जिसमें पहली बार कांग्रेस और भाजपा दोनों दलों के समर्थक संयुक्त रूप से विरोध में उतर आए।
भिलाई। प्रदेश में जमीन के सरकारी रेट और स्टांप ड्यूटी में भारी वृद्धि के निर्णय ने जमीन कारोबारियों में नाराजगी की लहर पैदा कर दी है। शुक्रवार को चरोदा–भिलाई-3 के भूमि कारोबारियों ने पालिका बाजार के सामने सामूहिक रूप से विरोध प्रदर्शन किया। खास बात यह रही कि इस आंदोलन में कांग्रेस समर्थकों के साथ-साथ भाजपा के कार्यकर्ता भी उतने ही संख्या में शामिल हुए, जिससे प्रदर्शन ने राजनीतिक रूप से भी खास संदेश दिया।
विरोध में शामिल भाजपा पदाधिकारियों का कहना था कि पार्टी के प्रति निष्ठा अपनी जगह है, लेकिन जब सरकार या प्रशासन ऐसे निर्णय लेता है जो आम लोगों के हितों के खिलाफ जाते हैं, तब वे भी जनता के साथ आवाज उठाने से पीछे नहीं हटेंगे। प्रदर्शनकारियों ने दिनभर जमीन संबंधित सभी कामकाज पूरी तरह बंद रखा।
इस आंदोलन में पूर्व मुख्यमंत्री के भतीजे सुजीत बघेल, भाजपा नेता संतोष अग्रवाल सहित कई प्रमुख लोग शामिल हुए और उन्होंने जमीन कारोबारियों को समर्थन दिया। विरोध प्रदर्शन के बाद सभी प्रदर्शनकारी पैदल मार्च करते हुए तहसील कार्यालय पहुंचे, जहां मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नाम ज्ञापन सौंपा गया।
प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी दी है कि यदि दो से तीन दिनों के भीतर गाइडलाइन दरें और स्टांप शुल्क में कमी नहीं की गई, तो वे क्रमबद्ध और उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होंगे।
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