दुर्ग में आईटी पार्क की बुनियाद पुख्ता — विधायक गजेन्द्र यादव ने किया स्थल का निरीक्षण
महापौर, कलेक्टर और आईआईटी विशेषज्ञों के साथ संयुक्त निरीक्षण, अगस्त तक प्रारंभिक कार्यालय शुरू करने की योजना

दुर्ग को तकनीकी विकास की राह पर आगे बढ़ाते हुए, प्रस्तावित आईटी पार्क के स्थल का निरीक्षण किया गया। इस अवसर पर विधायक गजेन्द्र यादव के साथ महापौर, कलेक्टर और आईआईटी की तकनीकी टीम मौजूद रही। सरकार की मंशा है कि अगस्त माह तक आईटी पार्क का प्रारंभिक कार्यालय शुरू कर कंपनियों से एमओयू की प्रक्रिया तेज की जाए।
दुर्ग। दुर्ग शहर को आईटी और नवाचार के केंद्र के रूप में विकसित करने की दिशा में एक ठोस पहल हुई है। सोमवार को विधायक गजेन्द्र यादव ने प्रस्तावित आईटी पार्क स्थल का निरीक्षण किया। इस दौरान महापौर श्रीमती अलका बाघमार, कलेक्टर अभिजीत सिंह, आईआईटी की तकनीकी टीम तथा विभागीय अधिकारी उनके साथ मौजूद थे।
विधायक यादव ने जानकारी दी कि अगस्त माह तक आईटी पार्क के प्रारंभिक कार्यालय को शुरू करने की योजना है। इसके लिए अधिकारियों को आवश्यक संसाधनों की व्यवस्था सुनिश्चित करने और प्राकलन तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि प्रारंभिक कार्यालय के लिए जल परिसर के पास कार्यरत महिलाओं के लिए निर्मित भवन का उपयोग किया जाएगा, जिसमें 45 कमरे उपलब्ध हैं। इन्हें कंपनियों की आवश्यकता अनुसार विभाजित किया जाएगा।
भवन में आधुनिक आईटी इंफ्रास्ट्रक्चर जैसे उच्च गति इंटरनेट (ऑप्टिकल फाइबर), ट्रांसफार्मर, वर्चुअल मीटिंग रूम, एचआर कक्ष, कैंटीन जैसी सुविधाएं विकसित की जाएंगी। इससे न केवल दुर्ग के युवाओं के लिए रोजगार के अवसर बढ़ेंगे, बल्कि तकनीकी नवाचार को भी बढ़ावा मिलेगा।
विधायक यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में दुर्ग तेजी से प्रगति की ओर अग्रसर है। उन्होंने बताया कि नालंदा परिसर और सेंट्रल लाइब्रेरी की स्वीकृति भी मिल चुकी है, जिससे शिक्षा और तकनीकी क्षेत्र को और मजबूती मिलेगी।
निरीक्षण के दौरान आईआईटी के निदेशक राजीव प्रकाश, तकनीकी विशेषज्ञ प्रो. सामरेन्द्र घोष और विष्णु वैभव द्विवेदी, निगम के ईई, पार्षदगण और अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।