चैतन्य बघेल की गिरफ्तारी के खिलाफ कांग्रेस का चक्का जाम कल : दोपहर 12 से 2 तक थमेगी छत्तीसगढ़ की रफ्तार

चैतन्य बघेल की गिरफ्तारी के खिलाफ कांग्रेस का चक्का जाम कल : दोपहर 12 से 2 तक थमेगी छत्तीसगढ़ की रफ्तार
  • शराब घोटाले की तपिश पर सियासी जाम: छत्तीसगढ़ में कांग्रेस का हल्लाबोल
  • न्याय या प्रतिशोध? चैतन्य की गिरफ्तारी पर कांग्रेस की सड़क से संसद तक लड़ाई

भूपेश बघेल के बेटे की गिरफ्तारी ने छत्तीसगढ़ की सियासत को उबाल दिया है। मंगलवार 22 जुलाई को कांग्रेस ने ईडी की कार्रवाई के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए प्रदेशव्यापी चक्काजाम का ऐलान किया है। दोपहर 12 से 2 बजे तक राजधानी रायपुर सहित सभी 33 जिलों में प्रदर्शन और मार्ग अवरोध किए जाएंगे, जिससे यातायात पर व्यापक असर पड़ने की आशंका है।

रायपुर |  प्रवर्तन निदेशालय द्वारा चैतन्य बघेल की गिरफ्तारी के बाद कांग्रेस पार्टी ने मंगलवार को प्रदेशभर में शक्ति प्रदर्शन की तैयारी की है। रायपुर, बिलासपुर, दुर्ग, बस्तर और सरगुजा संभागों के महत्वपूर्ण राष्ट्रीय राजमार्गों और शहरों के प्रमुख चौराहों पर दोपहर 12 से 2 बजे तक चक्काजाम किया जाएगा।

राजधानी रायपुर में श्रीराम मंदिर चौक (करेंसी टॉवर), धरसींवा और धनेली में ट्रैफिक रोकने की योजना है। बिलासपुर में सकरी-पेंड्रीडीह फ्लाईओवर के नीचे नाकेबंदी होगी। जगदलपुर के आमागुड़ा चौक और दुर्ग के 6 स्थानों पर भी प्रदर्शन की तैयारी है। कांग्रेस ने स्कूली बच्चों की बसों और एम्बुलेंस को चक्काजाम से मुक्त रखने का आश्वासन दिया है।

कांग्रेस की नाराज़गी क्यों?
ईडी का दावा है कि शराब घोटाले से चैतन्य बघेल को 16.70 करोड़ रुपये नकद मिले, जिसे उन्होंने रियल एस्टेट प्रोजेक्ट्स में निवेश किया। यह भी कहा गया कि उन्होंने यह धन त्रिलोक ढिल्लों के साथ साजिश के तहत संपत्ति के नाम पर छिपाया। रायपुर की विशेष अदालत ने उन्हें 22 जुलाई तक ईडी की रिमांड में भेज दिया है। कांग्रेस का आरोप है कि यह गिरफ्तारी राजनीतिक बदले की भावना से की गई है।

प्रदर्शन की कमान किनके हाथ में?
इस चक्काजाम की रणनीति कांग्रेस ने भलीभांति तैयार की है। पार्टी अध्यक्ष दीपक बैज, नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत, पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, टीएस सिंहदेव सहित अन्य वरिष्ठ नेता सड़कों पर उतरेंगे। कांग्रेस ने 12 जिलों में जिम्मेदारियों का बंटवारा किया है ताकि आंदोलन असरदार हो।