चैतन्य बघेल की गिरफ्तारी के खिलाफ कांग्रेस का चक्काजाम, NH पर डटे कार्यकर्ता
रायपुर, बिलासपुर, जगदलपुर और सरगुजा में जाम; कांग्रेस ने 33 जिलों में किया प्रदर्शन, चैंबर ऑफ कॉमर्स ने नाकेबंदी से बनाई दूरी

शराब घोटाले के मामले में चैतन्य बघेल की गिरफ्तारी के विरोध में छत्तीसगढ़ कांग्रेस ने आज प्रदेशव्यापी चक्काजाम कर दिया। रायपुर, बिलासपुर, दुर्ग, सरगुजा और बस्तर संभाग के प्रमुख राष्ट्रीय राजमार्गों पर कांग्रेसी सड़कों पर उतर आए। सरगुजा में 'रघुपति राघव राजा राम' गाकर विरोध जताया गया, तो रायपुर और बिलासपुर में हाईवे ब्लॉक कर प्रदर्शन हुआ।
रायपुर। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल की गिरफ्तारी के बाद छत्तीसगढ़ कांग्रेस सड़कों पर उतर आई है। सोमवार सुबह से ही पूरे प्रदेश में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने चक्काजाम करते हुए विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। रायपुर, बिलासपुर, दुर्ग, बस्तर और सरगुजा संभाग के 33 जिलों में राष्ट्रीय राजमार्गों और प्रमुख मार्गों पर प्रदर्शन जारी है।
रायपुर के वीआईपी रोड स्थित श्रीराम मंदिर चौक, धरसींवा और धनेली में कांग्रेसियों ने सड़कों पर बैठकर नारेबाजी की। वहीं, बिलासपुर में सकरी-पेंड्रीडीह फ्लाईओवर के नीचे चक्का जाम किया गया, जिससे रायपुर-बिलासपुर के बीच यातायात बाधित हुआ।
जगदलपुर के आमागुड़ा चौक और दुर्ग जिले की छह लोकेशनों पर भी कांग्रेसियों ने हाईवे ब्लॉक किया। सरगुजा में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने 'रघुपति राघव राजा राम' गाकर अनोखे अंदाज़ में विरोध जताया। कांग्रेस विधायक सत्यनारायण शर्मा ने कहा— "अगर बदला लेना है, तो हमसे लीजिए, बच्चों को क्यों परेशान किया जा रहा है?"
उधर, छत्तीसगढ़ चैंबर ऑफ कॉमर्स ने कांग्रेस की इस आर्थिक नाकेबंदी का विरोध किया है। चैंबर के मुताबिक, ऐसे आंदोलनों से व्यापार और आम जनता दोनों प्रभावित होते हैं।
क्यों हुआ यह विरोध प्रदर्शन?
18 जुलाई को प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल को शराब घोटाले से जुड़ी मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में गिरफ्तार किया था। आरोप है कि घोटाले की रकम से चैतन्य को 16.70 करोड़ रुपए मिले, जिसे रियल एस्टेट प्रोजेक्ट्स में निवेश किया गया। रायपुर की विशेष अदालत ने चैतन्य को 22 जुलाई तक ED की रिमांड में भेज दिया है।