धनोरा के जयपाल ने अपनाई सौर ऊर्जा, रोशन हुआ घर – घटा बिजली बिल
'प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना' से जुड़कर जयपाल बने आत्मनिर्भर ऊर्जा उपभोक्ता, पर्यावरण संरक्षण में दे रहे योगदान

दुर्ग जिले के ग्राम धनोरा निवासी ए. जयपाल ने प्रधानमंत्री सूर्य घर योजना के तहत अपने घर की छत पर सोलर पैनल लगाकर न केवल बिजली बचाई, बल्कि देश की ऊर्जा आत्मनिर्भरता और पर्यावरण संरक्षण में भी अपनी अहम भूमिका निभाई है। जयपाल जैसे जागरूक नागरिक आज सौर ऊर्जा को अपनाकर आने वाली पीढ़ियों के लिए नई मिसाल पेश कर रहे हैं।
दुर्ग। जलवायु परिवर्तन, ऊर्जा संकट और बढ़ते बिजली बिल के बीच केंद्र सरकार की प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना एक आशा की किरण बनकर उभरी है। इसी योजना से प्रेरित होकर ग्राम धनोरा निवासी ए. जयपाल ने अपने घर की छत पर 3 किलोवाट का रूफटॉप सोलर पैनल लगवाया है, जिससे अब उनका घर पर्यावरण अनुकूल ऊर्जा से रोशन हो रहा है।
जयपाल जी बताते हैं कि यह सिर्फ एक तकनीकी बदलाव नहीं, बल्कि आर्थिक बचत और प्रकृति संरक्षण की दिशा में एक जिम्मेदार कदम है। उनका कहना है कि प्राकृतिक संसाधनों पर बढ़ते दबाव के मद्देनजर अब हर नागरिक को ऊर्जा के वैकल्पिक स्त्रोतों की ओर कदम बढ़ाना चाहिए।
"बारिश के मौसम में भी बिजली उत्पादन में अच्छी बचत हो रही है, और जैसे ही मौसम साफ होगा, बिजली उत्पादन और भी बढ़ेगा। हो सकता है आने वाले महीनों में बिजली का बिल पूरी तरह खत्म हो जाए," — उन्होंने उत्साह के साथ कहा।
जयपाल जी ने केंद्र और राज्य सरकार का आभार जताते हुए कहा कि यह योजना आम लोगों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के साथ-साथ देश को ऊर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में अहम भूमिका निभा रही है।
उन्होंने कहा, “सौर ऊर्जा अपनाना केवल निजी लाभ नहीं, यह राष्ट्र निर्माण और पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक सकारात्मक कदम है। सरकार की यह पहल ग्रामीण क्षेत्रों में भी बदलाव ला रही है, जो सच में सराहनीय है।”