बीएसपी के अधिकारियों को दिवाली के पहले पीआरपी, 30 हजार से 1 लाख का फायदा
बीएसपी में कर्मचारियों को बोनस मिलने के बाद अब अफसरों के बचे परफार्मेंस रिलेटेड पे (पीआरपी) को दिवाली के पहले भुगतान करने की तैयारी है। अफसरों को ग्रेड अनुसार 30 हजार से एक लाख से अधिक पीआरपी मिल सकता है। इस तरह मार्केट में कर्मियों के बोनस के 23 करोड़ के बाद अफसरों के पीआरपी के करीब 20 करोड़ मार्केट में आएंगे।

भिलाई। बीएसपी में कर्मचारियों को बोनस मिलने के बाद अब अफसरों के बचे परफार्मेंस रिलेटेड पे (पीआरपी) को दिवाली के पहले भुगतान करने की तैयारी है। अफसरों को ग्रेड अनुसार 30 हजार से एक लाख से अधिक पीआरपी मिल सकता है। इस तरह मार्केट में कर्मियों के बोनस के 23 करोड़ के बाद अफसरों के पीआरपी के करीब 20 करोड़ मार्केट में आएंगे। इससे कारोबार क्षेत्र में हलचल बढ़ना तय माना जा रहा है।
बीएसपी कर्मचारियों को सप्ताह भर पहले ही सेल प्रबंधन ने बोनस का भुगतान कर दिया है। जिससे दुर्ग भिलाई के मार्केट में खरीदारी को लेकर ग्राहक दुकानों में पहुंचने लगे हैं। इससे सुस्त मार्केट धीरे-धीरे रफ्तार पकड़ने लगा है। इसके साथ ही कारोबारियों के लिए एक और अच्छी खबर सामने आ रही है। बीएसपी के अफसर जिनका वर्ष 2021-22 के पीआरपी का 60 फीसदी राशि सेल प्रबंधन पिछले साल ही भुगतान कर चुकी है। अब शेष 40 फीसदी राशि को दिवाली के पहले भुगतान करने की तैयारी की जा रही है।
यदि प्रबंधन ने शेष 40 फीसदी पेंडिंग राशि को एक साथ भुगतान करने का निर्णय लिया तो अधिकारियों को औसतन 30 हजार से एक लाख तक पीआरपी मिल सकता हैं। सेल स्तर पर यह राशि करीब 235 करोड़ होती है। इसमें से बीएसपी के हिस्से में 20 करोड़ से अधिक राशि आ सकती है। वर्ष 2022-23 का पीआरपी अब तक तय नहीं हो पाया है। क्योंकि कंपनी की रेटिंग जारी नहीं हुई है। बता दें कि रेटिंग के बाद ही पीआरपी की राशि तय होती है। पिछले वर्ष पीबीटी 2647 करोड़ रहा। इसके पहले 16 हजार करोड़ था। इसलिए पीआरपी 5 प्रतिशत देने का निर्णय लिया गया था।
भुगतान के पहले सेफी और प्रबंधन की होगी बैठक पीआरपी की बकाया राशि का भुगतान करने के पहले अफसरों के संगठन सेफी के प्रतिनिधियों की नवंबर के दूसरे सप्ताह बैठक होने की चर्चा है। इसमें भुगतान को लेकर विचार विमर्श किया जाएगा। प्रबंधन कंपनी की माली हालत का हवाला देते हुए शेष 40 फीसदी राशि को भी किस्तों में दिए जाने का प्रस्ताव रख सकता है। वहीं सेल प्रतिनिधि वर्ष 202-23 में कंपनी को कम हुए प्रॉफिट के कारण कम पीआरपी बनने का हवाला देते हुए बकाया पीआरपी को एकमुश्त में भुगतान करने की मांग करेंगे।
यूनियनों के आंदोलन की तैयारी से प्रबंधन बेचैन कर्मचारियों को पिछले वर्ष से 17500 रुपए कम बोनस मिला है। पिछले वर्ष प्रबंधन ने 40500 रुपए बोनस दिया था। इस बार 23 हजार रुपए ही कर्मियों के खाते में आए। बीच चर्चा में एकतरफा बोनस राशि का भुगतान किए जाने नाराज केंद्रीय यूनियन नेता अब आंदोलन की तैयारी कर रहे हैं। जिस पर प्रबंधन की भी नजर लगी हुई है। ऐसे माहौल का लाभ अफसरों को इसलिए मिल सकता है कि कहीं पीआरपी का पूरा भुगतान नहीं किए जाने पर कर्मियों के बाद अफसरों में भी नाराजगी न फैल जाए।