मल्टी लेवल पार्किंग रायपुर के बाद बिलासपुर में भी फेल:सड़क पर खड़ी गाड़ियां और बिल्डिंग खाली, ऐसे में कैसे सुधरेगा बदहाल ट्रैफिक व्यवस्था

मल्टी लेवल पार्किंग रायपुर के बाद बिलासपुर में भी फेल:सड़क पर खड़ी गाड़ियां और बिल्डिंग खाली, ऐसे में कैसे सुधरेगा बदहाल ट्रैफिक व्यवस्था

करीब 15 दिन पहले मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कलेक्ट्रोरेट स्थित मल्टी लेवल पार्किंग का लोकार्पण किया था, तब दावा किया गया था कि शहर के सबसे व्यस्ततम इलाके में बनी इस मल्टी लेवल पार्किंग से ट्रैफिक की समस्या दूर हो जाएगी। लेकिन, उद्घाटन के बाद बिल्डिंग खाली रहती है और कलेक्टोरेट परिसर से लेकर सामने सड़क पर गाड़ियां खड़ी रहती है। कार पार्किंग के लोकार्पण के बाद भी अफसर और ट्रैफिक पुलिस लोगों से इसका उपयोग नहीं करा पा रही है।

दरअसल, शहर के सबसे महत्वपूर्ण और व्यस्ततम इलाका नेहरू चौक-कलेक्टोरेट और उसके आसपास पार्किंग और ट्रैफिक की समस्या को देखते हुए नगर निगम ने स्मार्ट सिटी के फंड से 16 करोड़ 88 लाख रुपए की लागत से मल्टीलेवल कार पार्किंग बनाई गई है, जिसका लोकार्पण करीब 15 दिन पहले किया गया। तब प्रशासन ने दावा किया कि अब कलेक्टर और एसएसपी ही नहीं, सभी अफसरों और कलेक्टोरेट परिसर आने-जाने वाले हर व्यक्ति की गाड़ी वहीं पार्क कराई जाएगी।

कलेक्टोरेट परिसर में खड़ी रहती है कार
मल्टी लेवल कार पार्किंग में बेसमेंट और ग्राउंड फ्लोर के अलावा दो फ्लोर और बनाया गया है, जिसमें 257 कार और 333 बाइक पार्किंग की क्षमता है। उद्घाटन के बाद भी जिला प्रशासन सहित आसपास के विभागों के अफसर कलेक्टोरेट परिसर को पार्किंग बनाया है, जिसके कारण पूरे परिसर में उनकी गाड़ियां खड़ी रहती है।

सड़क किनारे बेरोकटोक खड़ी रहती है कार और बाइक
इस बिल्डिंग में सीढ़ियों के अलावा दो लिफ्ट भी लगाया गया है और आपातकाल के लिए फायर फाइटिंग सिस्टम भी है। सभी शासकीय कार्यालय, न्यायालय इसी क्षेत्र में है, इसलिए बड़ी संख्या में लोग यहां पहुंचते हैं, बड़ी संख्या में भीड़ आने के कारण इस जगह पार्किंग एक बड़ी समस्या थी। दावा किया गया था कि लोगों को पार्किंग और ट्रैफिक की समस्या से निजात मिलेगी। लेकिन, कलेक्टोरेट के सामने मेन रोड पर कार और बाइक की पूरे दिन लाइन लगी रहती है। यहां उन्हें मना करने के लिए न तो पुलिस तैनात है और न ही उन्हें कोई रोकने वाला रहता है। ऐसे में स्थिति पहले की जैसी है और सड़कों पर ही गाड़ियों की पार्किंग की जा रही है।

टाउन हाल की बाजू की सड़क से गुजरना होता है मुश्किल
दोपहर बाद स्थिति ये हो जाती है कि नगर निगम के टाउन के बाजू वाली सड़क किनारे लाइन से कार व बाइक खड़ी रहती है, जिसके कारण लोगों का गुजरना मुश्किल हो जाता है। कलेक्टोरेट में धरना-प्रदर्शन और रैली हो तो वाहनों की कतारे लग जाती है और जाम की स्थिति बन जाती है।

किराया देने से कतरा रहे लोग
दरअसल, स्मार्ट सिटी की मद से बनी मल्टी लेवल कार पार्किंग की रखरखाव के लिए किराए वसूली करने का भी प्रावधान किया गया है। नगर निगम ने फिलहाल बिना टेंडर जारी किए ही कलेक्टोरेट के स्टैंड पार्किंग करने वाले ठेकेदार को काम सौंप दिया है, जो गाड़ियां रखने वालों से किराया वसूली कर रहा है। इधर, सड़क पर गाड़ी खड़ी करने वाले लोग फ्री में पार्किंग चाहते हैं, इसलिए मल्टी लेवल पार्किंग का उपयोग नहीं हो रहा है।

अधिकारी-कर्मचारियों को छूट
मल्टी लेवल कार पार्किंग में गाड़ी खड़ी करने वाले अधिकारी-कर्मचारी भी शुल्क नहीं देते। ठेकेदार को अपना रौब दिखाकर गाड़ी खड़ी कर रहे हैं। जबकि, नियम के अनुसार उन्हें भी एक निर्धारित शुल्क जमा करना है।