शिवनाथ नदी में फंसे 32 ग्रामीणों को एसडीआरएफ ने सुरक्षित निकाला

थनौद गांव में बाढ़ के बीच फंसे लोग, एसडीआरएफ दुर्ग की त्वरित कार्रवाई से टला बड़ा हादसा

दुर्ग जिले के थनौद गांव में अचानक आई बाढ़ के कारण भारत माला प्रोजेक्ट स्थल पर 32 लोग शिवनाथ नदी के तेज बहाव में फंस गए। सूचना मिलते ही एसडीआरएफ दुर्ग की टीम ने मौके पर पहुंचकर सभी को सुरक्षित बाहर निकाला। राहत अभियान जिला सेनानी नागेंद्र कुमार सिंह के नेतृत्व में संचालित हुआ।

दुर्ग। छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में मंगलवार को बड़ा हादसा टल गया, जब ग्राम थनौद (अंजोरा क्षेत्र) में शिवनाथ नदी की बाढ़ में 32 लोग फंस गए। भारत माला प्रोजेक्ट के अंतर्गत चल रहे कार्य स्थल पर तेज बारिश के कारण अचानक जलस्तर बढ़ गया और महिलाएं, पुरुष व बच्चे पानी से घिरे रह गए।

स्थिति की गंभीरता को देखते हुए दुर्ग कंट्रोल रूम से सूचना मिलते ही राज्य आपदा मोचन बल (एस.डी.आर.एफ.) दुर्ग की टीम मौके के लिए रवाना हो गई। जिला सेनानी श्रीमान नागेंद्र कुमार सिंह के नेतृत्व में चलाए गए त्वरित राहत एवं बचाव अभियान में सभी 32 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया।

एसडीआरएफ की टीम ने चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में कड़ी मेहनत करते हुए समय रहते सभी को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया। ग्रामीणों और स्थानीय प्रशासन ने टीम की तत्परता की सराहना की है। इस अभियान ने एक बार फिर साबित कर दिया कि आपदा की घड़ी में एसडीआरएफ कैसे जीवन रक्षक बनकर सामने आती है।