6 शुभ योग में सावन विनायक चतुर्थी आज, 2 उपाय से गणेश जी को करें प्रसन्न, जानें मुहूर्त और पूजा विधि
आज 20 अगस्त को सावन माह की विनायक चतुर्थी व्रत है. आज के दिन बुधादित्य समेत 6 शुभ योग बने हैं, जो कार्यों में सफलता सिद्धि के लिए अच्छे माने जाते हैं. आज सुबह से लेकर रात तक चतुर्थी तिथि रहेगी. शुभ मुहूर्त में पूजा के समय दो आसान ज्योतिष उपाय करके अपनी किस्मत संवार सकते है. जानते हैं सावन विनायक चतुर्थी की पूजा विधि, मुहूर्त, मंत्र और उपाय के बारे में.

सावन माह की विनायक चतुर्थी आज 20 अगस्त को है. आज के दिन 6 शुभ योग बन रहे हैं. बुधादित्य योग पूरे दिन है, इसके अलावा सर्वार्थ सिद्धि योग, रवि योग और अमृत सिद्धि योग सुबह से लेकर अगले दिन सुबह तक बने हैं. इनके अलावा साध्य और शुभ योग भी हैं. आज सावन के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि देर रात 12 बजकर 21 मिनट तक रहेगी. वहीं, चंद्रोदय सुबह 09 बजकर 03 मिनट पर होगा. आज चंद्रमा का दर्शन न करें. दिन में गणेश जी की पूजा कर लें. तिरुपति के ज्योतिषाचार्य डॉ. कृष्ण कुमार भार्गव से जानते हैं विनायक चतुर्थी व्रत पूजा विधि और मुहूर्त के बारे में.
सावन विनायक चतुर्थी पर बने 6 शुभ योग
बुधादित्य योग: पूरे दिन
सर्वार्थ सिद्धि योग: सुबह 05:53 बजे से कल प्रात: 04:22 बजे तक
अमृत सिद्धि योग: 05:53 ए एम से कल 04:22 ए एम तक
रवि योग: सुबह 05 बजकर 53 मिनट से कल सुबह 04 बजकर 22 मिनट तक
साध्य योग: प्रात:काल से लेकर रात 09:59 बजे तक
शुभ योग: रात 09:59 बजे से कल रात 10:21 बजे तक
सावन विनायक चतुर्थी 2023 शुभ मुहूर्त
गणेश पूजा मुहूर्त: सुबह 11 बजकर 06 मिनट से दोपहर 01 बजकर 43 मिनट तक
सावन शुक्ल चतुर्थी तिथि प्रारंभ: 19 अगस्त, रात 10:19 बजे से
सावन शुक्ल चतुर्थी तिथि समापन: आज, देर रात 12:21 बजे पर
चतुर्थी का चंद्रोदय समय: सुबह 09 बजकर 03 मिनट से, चंद्र दर्शन वर्जित
चतुर्थी का चंद्रास्त: रात 09 बजकर 09 मिनट पर
सावन विनायक चतुर्थी व्रत और पूजा विधि
आज दिन में सुबह 11 बजकर 06 मिनट से पूजा का मुहूर्त है. इस समय में आप भगवान गणेश जी का आह्वान करके एक चौकी पर गणपति महाराज की स्थापना करें. फिर चंदन, फूल, माला से उनका श्रृंगार करें. उसके बाद अक्षत्, फूल, फल, कुमकुम, दूर्वा, सुपारी, पान का पत्ता, लौंग, इलायची, शक्कर, हल्दी, नारियल, जनेऊ, धूप, दीप आदि अर्पित करें.
मोदक, लड्डू, केला आदि का भोग लगाएं. इस दौरान वक्रतुंड महाकाय सूर्यकोटि समप्रभ। निर्विघ्नं कुरुमे देव सर्वकार्येषु सर्वदा।। मंत्र पढ़ें. गणेश चालीसा पाठ के बाद विनायक चतुर्थी व्रत कथा सुनें. फिर गणेश जी की आरती करें. अंत में मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए गणेश जी से प्रार्थना करें.
विनायक चतुर्थी के उपाय
1. विनायक चतुर्थी पर गणेश जी को प्रसन्न करने के लिए गुड़ और मोदक का भोग लगाएं. गेंदे के फूलों की माला अर्पित करें. उसके बाद गणेश स्तोत्र का पाठ करें या ओम गं गणपतये नमो नम: मंत्र का जाप 108 बार करें. इस उपाय से आपके कार्य सफल होंगे और विघ्न-बाधाओं का नाश होगा.
2. यदि आप किसी मुसीबत में हैं या आर्थिक परेशानियों से जूझ रहे हैं तो विनायक चतुर्थी को गणेश जी को शमी के पत्ते चढ़ाएं. इस उपाय को करने मात्र से ही सभी दुख दूर होंगे. दरिद्रता का नाश होगा और घर में शुभता का वास होगा.