“कांकेर के दुधावा में घर में घुसा तेंदुआ, फत्तेसिंह नेताम के परिवार में मची चीखपुकार — वन विभाग सक्रिय”
1. जिंदा घटनाक्रम: तेंदुआ घर के अंदर फंसा हुआ, वन विभाग की टीम रेस्क्यू में जुटी।
2. पिछली वारदातें: वहीं, दुधावा में दर्ज हैं तेंदुए के छह दर्जन से अधिक हमले व आतंक की घटनाएँ।
3. 14 दिन पहले पकड़ा गया तेंदुआ: 11 जून को उसी क्षेत्र से वन विभाग ने एक तेंदुए को पिंजरे में कैद किया था।
4. स्थानीय समुदाय दहशत में: बार-बार हो रहे हमलों से ग्रामीणों में बढ़ा भय, वन विभाग से सुरक्षा की मांग।
दुधावा की दुर्गम बस्ती फत्तेसिंह नेताम के घर में अचानक घुसे एक तेंदुए ने आसपास के निवासियों को दहशत में डाल दिया। वन विभाग की टीम घटना स्थल पर पहुंच चुकी है और घर के अंदर फंसे जानवर को पकड़ने के लिए त्वरित कार्यवाही कर रही है। यह वही क्षेत्र है जहाँ 11 जून को एक तेंदुए को जाल में फंसाकर पिंजरे में कैद किया गया था। कथित तौर पर यह आदमखोर तेंदुआ क्षेत्र में पिछले कुछ महीनों में छह बार आकर हमला कर चुका है, जिससे स्थानीय लोग बेहद चिंतित और अवाक् हैं।
कांकेर। दुधावा की दहलीज़ पर फिर एक भयावह घटना ने जन्म लिया है—फत्तेसिंह नेताम के आवास में तेंदुए का अचानक प्रवेश। सुबह-सुबह जब परिवार के सदस्य घर के अंदर थे, तभी यह खूंखार निहायत ही चुपके से भीतर घुस गया।
ग्रामीणों की दी त्वरित सूचना पर पहुंची वन विभाग की टीम ने मौके पर जाल बिछा दिया, मगर यह तेज-तर्रार तेंदुआ जाल से मुक्त होकर घर के भीतर छिप गया। देर तक चलने वाले ऑपरेशन में वन रक्षक और स्थानीय स्वयंसेवक दुधावा की भौगोलिक व वनस्पति अवस्थाओं की कठिनाइयों को पार करते हुए तेंदुए को बाहर निकालने की कोशिश कर रहे हैं।
यह पहली घटना नहीं है—आदमखोर तेंदुए ने दुधावा और आसपास के इलाकों में अब तक छह बार अपना आतंक फैलाया है। 11 जून को इसी पैचवर्क पहाड़ी क्षेत्र से एक तेंदुए को पकड़ा गया था, जिसे बाद में जंगल में सुरक्षित पुनः छोड़ दिया गया। बावजूद इसके, हालिया हमलों से स्थानीय लोग भयग्रस्त हैं और वन विभाग से प्रतिष्ठित सुरक्षा व त्वरित रेस्क्यू कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
स्थानीय मुखिया राकेश ध्रुव बताते हैं, “रोज़ घरों की छतों और आस-पास के खेतों में दौड़ता तेंदुआ हमें मानों भूखंड पर छाया हुआ खतरा सा प्रतीत होता है।” वन विभाग ने तुरंत ग्रामीणों से आग्रह किया है कि संध्या काल के बाद घरों के अंदर रहें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत कंट्रोल रूम पर दें।