छत्तीसगढ़ में आंधी-तूफान का कहर: बेमेतरा में 2 मजदूरों की मौत, रायपुर में कारों पर गिरा शेड
तेज हवाओं से पेड़ और होर्डिंग्स गिरे, टोल प्लाजा और राइस मिल को भारी नुकसान; मौसम विभाग ने अगले 4 दिन के लिए अलर्ट जारी किया

छत्तीसगढ़ में गुरुवार को अचानक बदले मौसम ने तबाही मचाई। तेज आंधी और तूफान से बेमेतरा में दो मजदूरों की जान चली गई, जबकि रायपुर, सिमगा और अन्य क्षेत्रों में संपत्ति को भारी नुकसान पहुंचा। तेज हवाओं के कारण कई इलाकों में पेड़, होर्डिंग्स और ढांचे जमींदोज हो गए।
रायपुर/बेमेतरा। छत्तीसगढ़ में गर्मी के बीच गुरुवार को अचानक मौसम ने रौद्र रूप धारण कर लिया। शाम होते-होते प्रदेश के कई जिलों में तेज धूल भरी आंधी और तूफान शुरू हो गया, जिसकी रफ्तार 50 से 60 किमी प्रति घंटा तक रही।
बेमेतरा जिले के राखी जोबा गांव में स्थित एक राइस मिल में तेज आंधी के कारण धान की भरी हुई बोरियां गिर पड़ीं। दुर्भाग्य से ये बोरियां दो मजदूरों पर जा गिरीं, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। इस हादसे ने पूरे इलाके को स्तब्ध कर दिया। इसके अलावा एक मवेशी भी पेड़ गिरने से दब गया और उसकी जान चली गई।
वहीं सिमगा में स्थित एक टोल प्लाजा तेज हवाओं की चपेट में आकर पूरी तरह सड़क पर ढह गया। रायपुर के देवेंद्र नगर क्षेत्र में सड़क किनारे बना लोहे का टीन शेड गिर पड़ा, जिससे नीचे खड़ी कई कारें बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गईं। मौके पर पहुंची जेसीबी मशीन की मदद से शेड को हटाने का काम किया गया।
पूर्व विधायक कुलदीप जुनेजा भी घटनास्थल पर पहुंचे और मीडिया से बातचीत में कहा, "क्वालिटी और सेफ्टी में कोई कोताही नहीं थी, लेकिन कुदरत के सामने किसी की नहीं चलती।"
राज्य भर में आंधी-तूफान और बारिश के चलते तापमान में 5 से 10 डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट दर्ज की गई, जिससे लोगों को गर्मी से राहत जरूर मिली है। लेकिन इस तबाही के दृश्य लोगों के मन में डर और चिंता छोड़ गए हैं।
मौसम विभाग ने अगले चार दिनों तक प्रदेश में आंधी, बारिश और ओलावृष्टि की संभावना जताते हुए अलर्ट जारी किया है।