पटरीपार जल संकट पर आपात बैठक: महापौर ने बीएसपी प्रबंधन को ठहराया जिम्मेदार

नालों पर अतिक्रमण हटाने के निर्देश, जोन कमिश्नरों को जारी हुए नोटिस देने के आदेश

भिलाई में 50 साल बाद आई अभूतपूर्व बाढ़ और पटरीपार क्षेत्र में बनी भयावह स्थिति के बीच नगर निगम ने गुरुवार को आपात बैठक आयोजित की। महापौर नीरज पाल की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में प्रशासनिक अधिकारियों के साथ सांसद, विधायक प्रतिनिधि, एमआईसी सदस्य और विपक्ष के नेता शामिल हुए। बैठक में सभी ने एकमत से शहर की नालियों और बड़े नालों के किनारे हुए अवैध कब्जों को तत्काल हटाने की मांग की।

भिलाई (सन टाइम्स)। भिलाई के पटरीपार क्षेत्र में जलभराव और संकट की स्थिति को लेकर नगर निगम में गुरुवार को महापौर नीरज पाल की अध्यक्षता में एक आपातकालीन बैठक बुलाई गई। बैठक में एमआईसी सदस्य, उपनेता प्रतिपक्ष, सांसद एवं विधायक प्रतिनिधि, और प्रशासनिक अधिकारी शामिल हुए।

बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि नालों और बड़े नालों के आसपास हुए अवैध अतिक्रमण को तत्काल प्रभाव से हटाया जाए। नगर निगम आयुक्त ने सभी जोन कमिश्नरों को निर्देश दिए कि वे अतिक्रमणकारियों को नोटिस जारी करें, और तय समय में कब्जा नहीं हटाने पर कड़ी कार्रवाई की जाए।

महापौर नीरज पाल ने बैठक के बाद कहा,

“आज सभी जिम्मेदारियों का निर्धारण कर दिया गया है। पटरीपार में जो संकट आया है, उसके लिए बीएसपी प्रबंधन की लापरवाही जिम्मेदार है।”

स्वास्थ्य प्रभारी लक्ष्मीपति राजू ने भी इस बात पर सहमति जताई और कहा कि

“यदि बीएसपी प्रबंधन समय पर टाउनशिप के नालों की सफाई करता, तो आज पटरीपार क्षेत्र इतनी विकट स्थिति में नहीं होता।”

उपनेता प्रतिपक्ष दया सिंह ने कहा कि,

“यह संकट किसी एक दल या व्यक्ति का नहीं, बल्कि पूरे शहर का है। इसलिए आज सभी ने दलगत राजनीति से ऊपर उठकर मिलकर काम करने का संकल्प लिया है।”