यात्री ट्रेनों का रूट बदला, पैसेंजर्स की परेशानी बढ़ी:दुर्ग-रायपुर-भाटापारा से आने-जाने वाले लोग होंगे परेशान; उसलापुर स्टेशन में जरूरी सुविधाएं भी नहीं
यात्री ट्रेनों का रूट बदला, पैसेंजर्स की परेशानी बढ़ी:दुर्ग-रायपुर-भाटापारा से आने-जाने वाले लोग होंगे परेशान; उसलापुर स्टेशन में जरूरी सुविधाएं भी नहीं

रेलवे बोर्ड ने छत्तीसगढ़ के दुर्ग और रायपुर रूट की ट्रेनों को बिलासपुर के बजाए अब दाधापारा बाईपास से बिलासपुर के उसलापुर होकर चलाने का फैसला लिया है। इसमें छपरा-दुर्ग सारनाथ एक्सप्रेस, दुर्ग-भोपाल अमरकंटक एक्सप्रेस, दुर्ग-निजामुद्दीन संपर्कक्रांति एक्सप्रेस और दुर्ग-जम्मूतवी एक्सप्रेस (अप-डाउन) शामिल हैं। इस फैसले से उन यात्रियों की परेशानी ज्यादा बढ़ने वाली है, जो रोजाना रायपुर, दुर्ग, भाटापारा, भिलाई से बिलासपुर आना जाना करते हैं।
कई यात्री ट्रेनें उसलापुर स्टेशन में पहले से रुक रही हैंं। उसलापुर को बिलासपुर का सबस्टेशन बनाने का दावा भी किया गया। मगर सुविधाएं नहीं बढ़ाई गई हैं। पहले से जो यात्री गाड़ियां रुक रही हैं। उनके यात्री भी अक्सर दिक्कत में आ जाते हैं। इस स्टेशन में जरूरी सुविधाएं भी उपलब्ध नहीं हैं। इस बीच सुविधाओं के बिना ही एक्सप्रेस ट्रेनों को यहां स्टॉपेज देने का फरमान जारी कर दिया है।
असल में बड़ी संख्या में यात्री रोजाना दुर्ग, भिलाई, रायपुर, भाटापारा से बिलासपुर आना जाना करते हैं। ये वोल लोग हैं जो रोजाना व्यापार के काम से, या ऑफिस के काम से रोजाना आना जाना करते हैं। इसमें स्टूडेंट्स भी शामिल हैं। जो रोजाना रायपुर आते हैं।
3 प्लेटफार्म ही
पिछले चारों सालों में रेलवे ने यहां स्टेशन में कई जरूरी सुविधाएं अब तक मुहैया नहीं करा पाई है। महज तीन प्लेटफार्म की व्यवस्था है, जहां यात्री ट्रेनें रुकती है। स्टेशन में एक मात्र एंट्री गेट है, जहां पर ट्रेनें आने पर भागम-भाग की स्थिति बन जाती है। टिकट काउंटर भी गिनती के हैं, जिसके कारण ट्रेन आने के समय यात्रियों को समय पर टिकट तक नहीं मिल पाता। 4 साल पहले जब यात्री टेनों को यहां रोकने का फैसला लिया गया था, तब यह दावा किया गया था कि यहां सभी सुविधाएं दी जाएंगी। मगर अब तक ऐसा नहीं हो सका है।