व्हाट्सएप ग्रुप के जरिए 10 लाख की साइबर ठगी: शेयर मुनाफे का झांसा देकर कारोबारी से हड़पे रुपए
एसबीआई सिक्योरिटीज के नाम से बनाया गया फर्जी व्हाट्सएप ग्रुप, अस्पताल में कार्यरत मनीष जैन से ठगे लाखों; पंडरी थाने में FIR दर्ज

राजधानी रायपुर में साइबर अपराधियों का जाल फैलता ही जा रहा है। इस बार ठगों ने एक निजी अस्पताल में कार्यरत बिजनेस डेवलपर को शेयर ट्रेडिंग में मोटे मुनाफे का झांसा देकर 10 लाख रुपए से ज्यादा की चपत लगा दी। एसबीआई सिक्योरिटीज के नाम पर बनाए गए फर्जी व्हाट्सएप ग्रुप के जरिए यह ठगी की गई।
रायपुर। शेयर बाजार में कम समय में ज्यादा मुनाफा कमाने के लालच में एक और कारोबारी साइबर जालसाजी का शिकार हो गया है। पंडरी थाना क्षेत्र में रहने वाले मनीष जैन, जो एक निजी अस्पताल में बिजनेस डेवलपर के पद पर कार्यरत हैं, से फर्जी व्हाट्सएप ग्रुप के जरिए 10 लाख रुपए से ज्यादा की ऑनलाइन ठगी की गई।
ठगों ने खुद को एसबीआई सिक्योरिटीज से जुड़ा बताकर एक व्हाट्सएप ग्रुप में जोड़ा और पहले 25 हजार रुपए का प्रोफिट पीड़ित के खाते में भेजा, जिससे मनीष विश्वास में आ गए। इसके बाद उन्होंने किश्तों में लाखों रुपए निवेश किए। लेकिन जब मनीष ने पैसे वापस मांगे, तो जवाब में व्हाट्सएप पर सिर्फ एक मैसेज मिला – "आपके साथ ठगी हुई है"। पीड़ित की शिकायत पर पंडरी थाने में अज्ञात आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। पुलिस मामले की साइबर सेल के साथ जांच कर रही है।
फर्जी निवेश ग्रुप से रहें सतर्क
पुलिस और साइबर विशेषज्ञों का कहना है कि सोशल मीडिया और मैसेजिंग ऐप्स पर बनने वाले फर्जी निवेश ग्रुप आम जनता को झांसे में लेकर ठगी कर रहे हैं। लोगों को सलाह दी गई है कि वे किसी भी अनजान ग्रुप या लिंक से जुड़ने से पहले जांच-पड़ताल ज़रूर करें।